गोल्डन बॉय नीरज पर सौगातों की बरसात, खट्टर ने खोला खजाना, आनंद महिंद्रा ने दी लग्जरी गाड़ी
गोल्डन बॉय नीरज पर सौगातों की बरसात, खट्टर ने खोला खजाना, आनंद महिंद्रा ने दी लग्जरी गाड़ी
- ओलंपिक में नीरज ने जीता सोना
- टोक्यो ओलंपिक में इंडिया का पहला गोल्ड
- नीरज के भाले से सोने की बरसात
डिजिटल डेस्क, हरियाणा। टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के इतिहास रचने के बाद हरियाणा सरकार ने उसके लिए सौगातों की बारिश कर दी है। किसी भी एथेलेटिक्स इवेंट में ये कीर्तिमान रचने वाले नीरज पहले खिलाड़ी बने हैं। जिसके बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें 6 करोड़ रु. नगद साथ में ढेरों इनाम से नवाजा है।
Neeraj Chopra will be given Rs 6 crore a class I category job as per our policy. We will be building a Centre of Excellence for athletes in Panchkula, where he will be the head if he wants. He will be given a plot with 50% concession, like other players: Haryana CM ML Khattar pic.twitter.com/ZubViQdSQ1
— ANI (@ANI) August 7, 2021
उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने नीरज चोपड़ा को XUV 700 देने का भी ऐलान किया है।
Yes indeed. It will be my personal privilege honour to gift our Golden Athlete an XUV 7OO @rajesh664 @vijaynakra Keep one ready for him please. https://t.co/O544iM1KDf
— anand mahindra (@anandmahindra) August 7, 2021
इससे पहले जब नीरज मैदान में अपना जलवा दिखा रहे थे। उस वक्त हरियाणा सरकार के गृह मंत्री अनिल विज खुशी से झूमते हुए नीरज को इतिहास रचते देख रहे थे।
#WATCH | Haryana Home Minister Anil Vij breaks into dance as javelin thrower Neeraj Chopra, a native of Panipat, wins the first #Goldmedal for India at #Tokyo2020 pic.twitter.com/bW2v0B9Gbj
— ANI (@ANI) August 7, 2021
भास्कर हिंदी के साथ देखिए वो विनिंग मोमेंट जिसके साथ चोपड़ा ने इतिहास रच दिया।
#NeerajChopra creates HISTORY!#Gold #JavelinThrow #OlympicGames #Olympics #Tokyo2020 #olympischespelen #Athletics #IndiaAtTokyo2020 pic.twitter.com/oisXNFe8ZX
— Dainik Bhaskar Hindi (@DBhaskarHindi) August 7, 2021
जेवेलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ट्रेक एंड फील्ड इवेंट में पहली बार भारत के नाम गोल्ड मेडल जीता है। इससे पहले तक का नीरज का सफर खासा संघर्षों भरा रहा। कोरोना काल में नीरज को प्रोपर ट्रेनिंग का मौका नहीं मिला, क्योंकि ट्रेनिंग सेंटर्स ऐसे समय में बंद थे। इसके बाद उनकी घुटने की सर्जरी भी हुई। जिसकी वजह से वो एक साल मैदान से बाहर भी रहे। फिर भी नीरज ने ये कीर्तिमान हासिल किया।
नीरज का जन्म हरियाणा के पानीपत में हुआ था। नीरज के पिता का नाम सतीश कुमार तथा माता का नाम सरोज देवी है । नीरज चोपड़ा के कुल 5 भाई बहन है जिसमें नीरज सबसे बड़े हैं। नीरज अभी 23 वर्ष के है और उन्होनें अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पानीपत से की हैं । नीरज के पिता पानीपत जिले के खंडरा गांव में एक छोटे से किसान हैं और घर की सभी जिम्मेंदारी नीरज के पिता के ऊपर ही है। नीरज की माता एक हाउसवाइफ है।
नीरज चोपड़ा के कोच का नाम उवे होन है और वह जर्मनी के जैवलिन एथलीट रह चुके हैं । उवे होन से प्रशिक्षण के बाद ही नीरज ने ओलिंपिक में अच्छा प्रदर्शन किया है।