कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 : हर भारतीय खिलाड़ी का होगा डोप टेस्ट
कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 : हर भारतीय खिलाड़ी का होगा डोप टेस्ट
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली । कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 शुरु होने से ठीक एक दिन पहले भारतीय खेल प्रेमियों के लिए एक हैरान कर देने वाली खबर है। कुछ भारतीय खिलाड़ियों के कमरों के बाहर कथित रूप से सिरिंज (सुई) मिलने के मामले में भारतीय दल की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक मामले को राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने गंभीरता से लिया है और हर भारतीय खिलाड़ी के डोप टेस्ट के आदेश दिए हैं जिसके बाद हालत कुछ ऐसे बन गए हैं कि लगभग हर भारतीय खिलाड़ी को देखते ही डोप टेस्ट किया जा रहा है। ऐसे में 225 खिलाड़ियों का भारतीय दल सीजीएफ की नजरों में आ गया है।
‘नो सिरिंज पॉलिसी’ का हुआ उल्लंघन !
डोपिंग को रोकने के लिए सीजीएफ ने "नो सिरिंज" पॉलिसी बनाई है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए बनाए गए खेल गांव में भारतीय खिलाड़ियों के कमरों के बाहर से कुछ सिरिंज मिलने का दावा किया गया था इसी के चलते अब सीजीएफ ने अलग-अलग बैच में आ रहे भारतीय खिलाड़ियों के डोप टेस्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।
भारतीय मुक्केबाजों का डोप टेस्ट नेगेटिव
भारतीय मुक्केबाजों का दल सबसे पहले एंटी डोपिंग एजेंसी के निशाने पर आया था लेकिन उनका डोप टेस्ट नेगेटिव आया है, जिसके बाद अब भारतीय तैराकों और जिमनास्ट से उनके यूरीन सैंपिंल मांगे गए हैं। इतना ही नहीं खबरें तो ये तक हैं कि खेल गांव में ही घुसते ही भारतीय खिलाड़ियों को टेस्ट करवाने के लिए कहा गया है। अधिकारियों को साफ तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि भारतीय खिलाड़ियों को ढूंढों और उनका टेस्ट करो।
कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन कोर्ट पहुंचा मामला
सिरिंज मामला सिरिंज मामला कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन कोर्ट तक पहुंच चुका है और मंगलवार को मामले पर सुनवाई होनी है। भारत पर "नो सिरिंज पॉलिसी" के उल्लंघन का आरोप लगाया है। सिरिंज मामला सामने आने के बाद कुछ विदेशी पत्रकार लगातार भारत पर निशाना साध रहे हैं और एक पत्रकार ने तो ये तक लिख दिया है कि ग्लासगो 2014 और रियो 2016 के बाद ये तीसरी बार है जब भारतीय दल ऐसा करते पकड़ा गया है क्या वो कॉमनवेल्थ गेम्स का रूस बनना चाहता है। इस मामले की मंगलवार को सुनवाई होनी है।