पेरिस ओलंपिक 2024: फीका रहा भारत का अभियान, बिना गोल्ड के हुई वापसी, पदक तालिका में पाकिस्तान से भी नीचे रहे

  • भारत का ओलंपिक अभियान हुआ खत्म
  • गोल्ड के बिना फीका रहा अभियान
  • 5 ब्रॉन्ज और 1 सिल्वर के साथ कुल 6 मेडल जीते

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-11 14:56 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत का पेरिस ओलंपिक 2024 में अभियान खत्म हो गया है। भारत ने स्पोर्ट के इस मेगाइवेंट में एक सिल्वर और पांच ब्रॉन्ज समेत कुल 6 मेडल जीते। किर्गिस्तान की रेसलर एपेरी काइजी की सेमीफाइनल में हार के साथ रीतिका हुड्डा 76 किलोग्राम कुश्ती फ्रीस्टाइल स्पर्धा में मेडल की रेस से बाहर हो गईं। यदि किर्गिस्तानी रेसलर फाइनल में जगह बना लेती तो रीतिका के पास ब्रॉन्ज मेडल मैच खेलने का अवसर होता। इसी के साथ भारत का ओलंपिक सफर भी खत्म हो गया।

भारत के खाते में 6 मेडल

भारत को पेरिस ओलंपिक में कुल 6 पदक मिले हैं। इनमें से 5 ब्रॉन्ज और एक सिल्वर है। सिल्वर मेडल भारत को एथलेटिक्स में मिला। जबकि शूटिंग में भारत को 3 ब्रॉन्ज और कुश्ती व हॉकी में 1-1 ब्रॉन्ज मेडल मिले। यदि महिला रेसलर विनेश फोगाट के मामले में कोर्ट का फैसला नहीं टलता तो शायद भारत के पदकों की संख्या 7 होती। हालांकि विनेश के मामले जो भी निर्णय आए लेकिन अब यह बात पक्की हो गई कि भारत को इस प्रतियोगिता में कोई गोल्ड मेडल नहीं मिला और बिना गोल्ड के यह अभियान निराशाजनक ही माना जाएगा।

पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला मेडल शूटर मनु भाकर ने दिलाया। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीता। इसके बाद एक बार फिर मनु भाकर ने ही भारत को दूसरा मेडल भी जिताया। उन्होंने मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर भारत को दूसरा ब्रॉन्ज मेडल दिलाया। तीसरा ब्रॉन्ज मेडल स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग की मेंस 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में भारत के नाम करवाया। फिर भारत की पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया।

भारत को प्रतियोगिता का एकमात्र सिल्वर मेडर स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने दिलाया। इसके बाद रेसलर अमन सहरावत ने मेंस 57 किलो फ्रीस्टाइल में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर ओलंपिक 2024 में भारत के मेडल की संख्या 7 पर पहुंचाई।

भारत से आगे पाकिस्तान

ओलंपिक में भारत से पीछे रहने वाला पाकिस्तान इस बार आगे रहा। पड़ोसी मुल्क के जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम ने गोल्ड मेडल जीता, जिससे पाकिस्तान पदक तालिका में 62वें नंबर पर रहा। जबकि भारत 71वें नंबर पर। वहीं अगर तालिका की टॉप-3 टीमों की बात करें तो 90 मेडल के साथ चीन पहले स्थान पर है। 122 के साथ अमेरिका दूसरे और 50 मेडल के साथ ऑस्ट्रेलिया तीसरे नंबर पर है। बता दें कि चीन के ओवरऑल मेडल अमेरिका से कम हैं लेकिन वह गोल्ड मेडल जीतने के मामले में उससे आगे हैं। इसलिए वो पदक तालिका में अमेरिका से ऊपर है। इसी तरह पदकों के मामलों में पाकिस्तान भारत से पीछे है लेकिन एक गोल्ड मेडल उसके खाते में होने की वजह से वह पदक तालिका में हम से 9 स्थान आगे है।

नहीं टूटा टोक्यो ओलंपिक का रिकॉर्ड

भारत ने 2020 के टोक्यो ओलंपिक में एक गोल्ड मेडल समेत 7 मेडल जीते थे। यह भारत के ओलंपिक इतिहास का सबसे बेस्ट प्रदर्शन है। इसको देखते हुए इस बार ये उम्मीद लगाई जा रही थी कि भारत इस बार टोक्यो ओलंपिक के अपने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए दहाई के आंकड़े में मेडल जीतेगी। लेकिन, सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया और भारत को खेल की दुनिया के इस सबसे बड़े आयोजन में एक गोल्ड भी नसीब नहीं हुआ। 

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