लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान में पार्टी के प्रचार से दूरी बना रही हैं वसुंधरा राजे! जानें क्या है इसके सियासी मायने

  • राजस्थान में 12 सीटों पर होने वाले हैं पहले चरण में चुनाव
  • पार्टी के प्रचार से दूरी बना रही हैं वसुंधरा राजे
  • बीजेपी को हो सकता है नुकसान

Bhaskar Hindi
Update: 2024-04-17 17:28 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीजेपी नेता और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे इस बार के लोकसभा चुनाव में कम सक्रिय नजर आ रही हैं। बीजेपी ने उनका नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी रखा है। लेकिन इसके बावजूद भी वह पार्टी के लिए न के बराबर चुनाव प्रचार कर रही हैं। बता दें कि, इन दिनों झालावाड़ सीट से वसुंधरा राजे अपने बेटे दुष्यंत सिंह के लिए चुनाव प्रचार कर रही हैं। ऐसे में राजनीतिक जानकार इसके अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं। सियासी जानकारों के एक वर्ग का मानना है कि वसुंधरा राजे की चुनाव में कम सक्रियता का फायदा सीधे तौर पर सीएम भजनलाल शर्मा को होने वाला है।

बीजेपी के सामने चुनौती

बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती राजस्थान में अपनी लिगेसी को बरकरार रखने की है। क्योंकि, पिछले दो चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए ने सभी सीटों पर कब्जा जमाया है। ऐसे में अगर बीजेपी इस बार के चुना में हैट्रिक लगाने में कामयाब नहीं हो पाती है तो इसका खामियाजा भजनलाल शर्मा को अपनी कुर्सी के तौर पर चुकानी पड़ सकती है। साथ ही, इसका फायदा वसुंधरा राजे को मिल सकता है।

जानकारों के मुताबिक, वसुंधरा राजे गुट दबाव की रणनीति पर काम कर रहा है। लेकिन अभी इस गुट की ओर से अपने पत्ते नहीं खोले गए हैं। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, इस बार बीजेपी राज्य में हैट्रिक लगाने में चूक सकती है। बता दें कि, कांग्रेस ने राज्य में 3 सीटें इंडिया गठबंधन के लिए छोड़ दी है।

12 सीटों पर राजस्थान में पहले चरण में चुनाव

राजस्थान में पहले चरण में 12 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं। जिनमें बीकानेर, गंगानगर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर सीट शामिल हैं। इन सीटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अलावा कई केंद्रीय मंत्री चुनावी मैदान में डटे हुए रहे। इसके अलावा प्रदेश के सीएम भजनलाल शर्मा और दोनों उप मुख्यमंत्री भी सभी सीटों पर प्रचार करते नजर आए। लेकिन वसुंधरा राजे चुनाव से दूरी बनाए रखी।

कम सक्रियता ने छोड़े पार्टी के लिए सवाल

बुधवार को राजस्थान में भी 12 सीटों पर चुनाव प्रचार-प्रसार का शोर थम गया है। इसी के साथ वसुंधरा राजे की इन सीटों पर कम सक्रियता ने पार्टी के लिए कई सवाल सारे सवाल छोड़ दिए। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के मुताबिक वसुंधरा राजे ने इस बार के लोकसभा चुनाव में कम सक्रियता दिखाई है। राजनीतिक जानकारों को मानना है कि इसके पीछे का बड़ा कारण वसुंधरा राजे की नाराजगी है। 

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