लोकसभा चुनाव 2024: पॉपुलर यूट्यूबर मनीष कश्यप ने थामा बीजेपी का दामन, राजनीति में आजमाएंगे किस्मत
- यूट्यूबर मनीष कश्यप ने ज्वाइन की भाजपा
- राजनीति में आजमाएंगे किस्मत
- भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने दी बधाई
डिजिटल डेस्क, पटना। लोकसभा चुनाव के बीच फेमस यूट्यूबर मनीष कश्यप ने गुरुवार को बीजेपी का दामन थाम लिया है। उन्होंने दिल्ली में भाजपा कार्यालय में जाकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान उनकी मां भी दिल्ली में मौजूद रही है। उनके भाजपा ज्वाइन करने के बाद बिहार की सियासत में सियासी पारा हाई हो गया है। भाजपा में आने से पहले मनीष ने बिहार के पश्चिम चंपारण सीट से निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान किया था। उनकी घोषणा ने इस सीट पर भाजपा से मौजूदा सांसद संजय जयसवाल की टेंशन बढ़ा दी थी। हालांकि, अब मनीष कश्यप के भाजपा ज्वाइन करने के बाद जायसवाल की मुश्किलें दूर अपने आप दूर हो गई है।
राजनीति में अपने किस्मत आजमाने से पहले मनीष कश्यप यूट्यूब पर अपने वीडियो को लेकर काफी सुर्खियों में रहे हैं। मनीष के भाजपा ज्वाइन करने पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने उन्हें बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मनीष कश्यप भाजपा में शामिल हो गए है। उनकी माता जी भी दिल्ली आई हैं। भाजपा सांसद ने कहा कि मनीष कश्यप ने अपने काम से जनता के सरोकार को उठाकर रखा है। उन्होंने हमेशा मोदी जी के पक्ष में बयान दिया है। हालांकि, कुछ पार्टियों ने उन्हें काफी तकलीफ पहुंचाई है। मगर, भाजपा इनके साथ हमेशा खड़ी रही। मनीष कश्यप ने आगे कहा, 'जब मैं जेल में बंद था तब मेरी मां अकेले लड़ रही थी। मेरी मां अच्छे से जानती है कि कौन मेरे साथ खड़ा रहा है। मां ने मुझसे कहा कि कभी भी मनोज भईया की बात पर कटाक्ष नहीं करना है।'
बिहार के इस जगह से आते हैं मनीष कश्यप
मनीष कश्यप बिहार के कश्यप पश्चिम चंपारण के मझौलिया प्रखंड के महनवा डुमवरी गांव से आते हैं। मनीष भूमिहार जाति से ताल्लुक रखते हैं। मनीष ने शुरुआत में हिंदू संगठन के साथ जुड़ गए थे। इसके बाद वह छात्र संगठन में शामिल हो गए। इस दौरान उन पर कई मामले को लेकर एफआईआर भी दर्ज हुई है। एक मामले में मनीष कश्यप ने सतवारिया ने अन्य छात्रों के साथ मिलकर कॉलेज के एक प्रोफेसर के घर पर हमला कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने उनपर एफआईआर दर्ज की थी। जिसके चलते उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
जब मनीष कश्यप जेल में बंद थे तब उन्होंने साल 2019 के लोकसभ चुनाव के लिए नामांकन भी दाखिल किया था। हालांकि, किसी कारण के चलते उनका नॉमिनेशन खारिज हो गया था। इसके बाद मनीष कश्यप ने साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चनपटिया विधानसभा सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। हालांकि, वह यह चुनाव हार गए थे। राज्य के बेतिया में मनीष के ऊपर दर्जनों मामले दर्ज हैं। यूट्यूब पर मनीष कश्यप ने 'सच तक' नाम के चैनल की शुरूआत की थी। तब मनीष कश्यप पर तामिलनाडु में कथित मजदूरों के फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में उन पर एनएसए लगाया गया था। इस वजह से वह लंबे समय तक विवादों में रहे।
तमिलनाडु की जेल में बंद थे यूट्यूबर
इस मामले के चलते मनीष कश्यप को तमिलनाडु के मदुरै जेल में रहना पड़ा था। हालांकि, वह अभी बेल पर हैं। बीजेपी में शामिल होने से पहले वह इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए बिहार की पश्चिमी चंपारण सीट से चुनाव प्रचार में जुट गए थे।