योगी कैबिनेट में दिखेगी मोदी-शाह-नड्डा के लोकसभा चुनाव की रणनीति, ओबीसी दलितो मंत्रियों के बहाने पिछड़े वर्ग पर नजर
लोकसभा चुनाव की तैयारी योगी कैबिनेट में दिखेगी मोदी-शाह-नड्डा के लोकसभा चुनाव की रणनीति, ओबीसी दलितो मंत्रियों के बहाने पिछड़े वर्ग पर नजर
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दमदार जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी अब नई सरकार बनाने की तैयारियों में जुट गई है। कैबिनेट विस्तार को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को दिल्ली दौरे पर थे, जहां उन्होंने इस विषय पर पीएम मोदी, पार्टी राष्ट्र अध्यक्ष जे.पी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और बी.एल संतोष से मुलाकात की।
योगी सरकार का शपथ ग्रहण 15 या 21 मार्च को होने की संभावना है।
सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट का गठन 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया जाएगा। संभावना है कि कैबिनेट में दलितों (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के और विधायक शामिल होंगे। बीजेपी का लक्ष्य नए कैबिनेट में जाति और क्षेत्रीय नेताओं के बीच संतुलन बनाना है। इसके अलावा महिलाओं को राज्य मंत्रिमंडल में अधिक जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
कयास तो यहां तक लगाए जा रहे है कि इस बार किसी दलित को डिप्टी सीएम तक बनाया जा सकता है। इस बार कैबिनेट में पिछड़ी जाति के मंत्रियों की संख्या पिछले मंत्रिमंडल से ज्यादा रहने की संभावना है।
2017 में सिर्फ एक मंत्री था दलित कोटे से
आपको बता दें बीजेपी ने 2017 के चुनाव में वोट पिछड़ी जाति के नाम पर मांगे थे, लेकिन पार्टी के सत्ता में आने के बाद सिर्फ एक हो दलित विधायक की मंत्रिमंडल में जगह दी थी। पिछले कैबिनेट की बात करे तो योगी सरकार के 22 कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट में एक दलित और पांच ओबीसी मंत्री थे। स्वतंत्र प्रभार के 8 राज्यमंत्रियों में से 1 दलित और 2 पिछड़ी जाति के थे। राज्यमंत्रियों की सूची थोड़ी अलग थी। 27 राज्यमंत्रियों में से 7 दलित और 13 पिछड़ी जाति से थे।
ये है मुख्य कारण-
2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ये फैसला ले सकती है। वैसे इसका एक बड़ा कारण उत्तर प्रदेश में बसपा का टूटता हुआ वोटबैंक भी है। प्रदेश में दलितों की संख्या 21 फीसदी के करीब है, जबकि मायावती को सिर्फ 13 फीसदी वोट मिले हैं। आकड़ा दर्शाता है कि 8 फीसदी अब तक टूट चुका है और कयास लगाए जा रहे हैं कि बसपा के वोटबैंक में अभी और टूट होगी। ऐसे में बीजेपी हर हाल में इस वोटबैंक को अपने पक्ष में रखना चाहेगी।
कैबिनेट में संभावित नए मंत्रियो की सूची इस प्रकार हो सकती है -
कैबिनेट में तीन उपमुख्यमंत्री और करीब चार दर्जन मंत्री होने की संभावना है।
गुर्जर
- तेजपाल नागर
- वीरेंद्र सिंह
जाट
- लक्ष्मी नारायण
- राजेश चौधरी
- योगेश धमा
जाटव
- बेबी रानी मौर्य
- असीम अरुण
- जीएस धर्मेश
- अजीत पाल त्यागी
ठाकुर
- दयाशंकर सिंह
- कुंवर ब्रजेश सिंह
- अदिति सिंह
- राजीव सिंह