शीतकालीन सत्र: विपक्ष के सांसदों ने संविधान पर चर्चा करने की मांग को लेकर लोकसभा स्पीकर को लिखा पत्र
- कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर को लिखा पत्र
- संविधान के पालन को लेकर दिग्विजय सिंह ने सरकार पर साधा निशाना
- दो दिनों तक सदन में संविधान पर चर्चा हो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विपक्ष के सांसदों ने संविधान पर चर्चा करने की मांग को लेकर लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखा है। आपको बता दें संविधान दिवस पर पुराने सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने दो दिन तक सदन में संविधान पर चर्चा की मांग को लेकर पत्र लिखा।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने ओम बिरला को पत्र लिखकर दोनों सदनों में दो दिनों के लिए संविधान पर चर्चा करने की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा चर्चा के लिए समय आवंटित करना चाहिए। उनका कहना है कि संविधान की अच्छाई पर सदन में चर्चा होना चाहिए। आज बहुत कुछ संविधान के मुताबिक नहीं हो रहा है, खड़गे ने इसे गलत होना कहा है। इन पर बहस होना चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि इस पर केंद्र सरकार के जवाब का इंतजार है। दूसरी तरफ डीएमके सांसद ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संसद में चर्चा की मांग करते हुए पत्र लिखा है।
आपको बता दें कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के बाद सरकार से सवाल किया कि क्या इसका सचमुच पालन हो रहा है। क्या लोगों को जस्टिस , स्वतंत्रता मिल रही है? क्या अभिव्यक्ति की आजादी है? भाईचारा कहां है? इसके बाद सिंह ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल संविधान के आगे झुकने से संविधान का पालन नहीं होगा। हर नागरिक में आत्मविश्वास पैदा होने पर ही संविधान का पालन होगा। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा उपदेश देने से पहले अभ्यास करें। और उसका पालन करें। इस दौरान उन्होंने संभल की घटना का जिक्र भी किया साथ ही सिंह ने रिटायर सीजेआई चंद्रचूड़ पर कानूनों की अनदेखी करने का भी आरोप भी लगाई।