योगी को काले झंडे दिखाने वाली को टिकट
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 योगी को काले झंडे दिखाने वाली को टिकट
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होने में बस कुछ ही दिन बचे हैं। चुनावी तारीख नजदीक आते ही सियासत का पारा चढ़ता जा रहा है। हर दल एक- दूसरे दलों में सेंधमारी कर बड़े नेताओं को अपने पाले में मिला रहा है। जातीय समीकरण को साधते हुए सभी राजनीतिक दल प्रत्याशियों को टिकट बांट रहे हैं।
हालांकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ऐसी उम्मीदवार को टिकट दिया है, जिसने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाया था। अखिलेश यादव ने लखनऊ उत्तरी सीट से ब्राह्मणों का झंडा बुलंद करने वाले अभिषेक मिश्रा का टिकट काटकर पूजा शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। माना जा रहा है कि यहां पर मुकाबला काफी रोमांचक हो सकता है।
जानें पूजा शुक्ला का राजनीतिक सफर
यूपी विधानसभा चुनाव में सपा ने लखनऊ उत्तरी से पूजा शुक्ला को उम्मीदवार बनाकर भरोसा जताया है। सपा प्रत्याशी पूजा शुक्ला ने लखनऊ विश्वविद्यालय में वामपंथी संगठन आइसा से छात्र नेता के तौर पर राजनीतिक करियर की शुरूआत की थी। पूजा शुक्ला ने साल 2017 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ को लखनऊ विश्वविद्यालय जाते समय काला झंडा दिखाया था। जिसके बाद पूजा शुक्ला समेत 12 छात्रों को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। काफी लंबी संघर्ष के बाद 26 दिनों तक जेल काटने के बाद पूजा शुक्ला को जमानत मिली थी। उसी दौरान पूजा शुक्ला खूब सुर्खियों में थीं।
इन कारणों से पूजा शुक्ला ने किया था विरोध
आपको बता दें कि पूजा शुक्ला ने लखनऊ विश्वविद्यालय में नया सत्र शुरू होने के बाद आवेदन किया था। जिसके बाद विश्वविद्यालय की तरफ से उनका आवेदन निरस्त कर दिया गया था, जिससे उनको प्रवेश नहीं मिला था। इसी को लेकर पूजा शुक्ला लखनऊ विश्वविद्यालय में करीब दो माह तक धरने में बैठी रही। पूजा शुक्ला समाजवादी छात्र सभा की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। सरकार की नीतियों के खिलाफ हमेशा पूजा शुक्ला अपनी बुलंद करती रही हैं।
कई बार तो पुलिस लाठीचार्ज के दौरान उन्हें काफी चोंटे भी आईं हैं। इसी का परिणाम है कि अखिलेश यादव ने हमेशा ब्राह्मणों का झंडा उठाने वाले अभिषेक मिश्रा का टिकट काटकर योगी को काला झंडा दिखाने वाली पूजा शुक्ला को टिकट दिया है। गौरतलब है कि साल 2012 में अभिषेक मिश्रा ने लखनऊ उत्तरी विधानसभा का चुनाव जीता था। ब्राह्मण वोटरों को साधते हुए अभिषेक मिश्रा ने कांग्रेस प्रत्याशी नीरज बोरा को हरा दिया था। इसके बाद अखिलेश यादव ने उन्हें अपने कैबिनेट में जगह दी थी। हालांकि पांच साल बाद ही नीरज बोरा ने बीजेपी का दामन थाम लिया और साल 2017 के विधानसभा चुनाव में अभिषेक मिश्रा को हराकर बदला लिया।