Amar Singh Death: राज्यसभा सांसद अमर सिंह का सिंगापुर में निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक
Amar Singh Death: राज्यसभा सांसद अमर सिंह का सिंगापुर में निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व समाजवादी पार्टी पूर्व महासचिव और राज्यसभा सांसद रहे अमर सिंह का 64 साल की आयु में आज (शनिवार, 1 अगस्त) दोपहर बाद निधन हो गया। वो पिछले काफी दिनों से बीमार थे। वे सिंगापुर के अस्पताल में वे पिछले छह महीने से भर्ती थे और हाल ही में उन्होंने किडनी ट्रांसप्लांट कराया था। अमर सिंह की साल 2013 में किडनी खराब हो गई थी। मुंबई मिरर की हाल में प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया था कि वह आईसीयू में थे और उनका परिवार वहीं पर था।
पीएम सहित इन लोगों ने दी श्रद्धांजलि
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमर सिंह के निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट किया कि वह काफी ऊर्जावान नेता थे और उन्होंने पिछले कुछ दशकों में देश की राजनीति के अहम उतार-चढ़ाव काफी करीब से देखे थे। वो अपने जीवन में दोस्ती के लिए जाने जाते रहे हैं। उनके निधन की खबर सुनने से दुखी हूं। उनके परिवारजनों और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
- उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पूर्व राज्यसभा सांसद के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करता हूं। दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों और सहयोगियों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। ओम शांति।
- वहीं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अपनी विशिष्ट कार्यशैली से भारतीय राजनीति पर अमिट प्रभाव डालने वाले मृदुभाषी राजनेता, सांसद अमर सिंह का निधन दुःखद है। उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें। ऊं शांति।
- समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि अमर सिंह जी के स्नेह-सान्निध्य से वंचित होने पर भावपूर्ण संवेदना एवं श्रद्धांजलि।
- वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि ईश्वर अमर सिंह जी की आत्मा को अपने श्रीचरणों में शरण दें। अमर सिंह जी के परिवार के प्रति मेरी भावपूर्ण संवेदनाएं। मैं इस दुखद क्षण में उनकी शोक संतप्त पत्नी और बेटियों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करती हूं।
बीमार होने के बावजूद सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थे
इससे पहले, आज उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी और सभी फॉलोअर्स को ईद अल अदहा के मके पर उन्हें बदाई दी। अमर सिंह के प्रोफाइल को देखकर लगता है कि वह बीमार होने के बावजूद सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थे।
Tribute to the great revolutionary freedom fighter Lokmanya #BalGangadharTilak ji on his death anniversary.
— Amar Singh (@AmarSinghTweets) August 1, 2020
His contribution will be remembered forever pic.twitter.com/tEdchlp1hz
Wishing a very joyous Eid Al Adha. Let"s celebrate this day by spreading love and happiness. #EidMubarak #EidAladha2020
— Amar Singh (@AmarSinghTweets) August 1, 2020
उन्होंने अस्पताल के बेड से 22 मार्च को ट्विटर पर एक छोटा सा वीडियो पोस्ट किया था। इस वीडियो में उन्होंने अपने सभी फॉलोअर्स में अपील करते हुए कहा था कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समर्थन करें। इससे पहले 2 मार्च को उन्होंने एक अन्य वीडियो संदेश पोस्ट करते हुए उन कयासों पर विराम लगाया था, जिसमें यह कहा जा रहा था कि वे इस दुनिया में नहीं रहे। वीडियो के साथ एक लाइन में छोटा सा संदेश लिखा था- “टाइगर जिंदा है।”
Tiger Zinda Hai!! pic.twitter.com/YWm3Sb0Yuw
— Amar Singh (@AmarSinghTweets) March 2, 2020
उन्होंने हाल के दिनों में वीडियो जारी करके ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने पर बयान भी दिया था। अमर सिंह ने कहा था कि सिंधिया ने अपने आत्मसम्मान के लिए कांग्रेस छोड़कर अपनी दादी विजयाराजे और पिता माधवराव के मार्ग का अनुसरण किया है।
अमर सिंह का राजनीतिक करियर
उत्तर प्रदेश की राजनीति में अमर सिंह का खास योगदान रहा है। अमर सिंह 1995 में मुलायम सिंह यादव के संपर्क में आए और कुछ ही समय में दोनों एक-दूसरे के बेदह करीब आ गए। वे कभी समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओं में से एक माने जाते थे, लेकिन कुछ आपसी मतभेद के कारण साल 2010 में उन्होंने अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक मंच का गठन किया। इसके बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 403 सीटों में से 360 पर प्रत्याशी उतारे, लेकिन वह एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सके। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल से लोकसभा का भी चुनाव लड़ा था, यहां भी उन्हें जीत नहीं मिली थी।
अमिताभ बच्चन के काफी करीब रहे थे अमर सिंह
अमर सिंह एक वक्त में अमिताभ बच्चन और उनके परिवार के बेहद करीबी थे। हालांकि, बाद में उनके बीच मनमुटाव हो गया था। इसी को दूर करने के लिए डेथ बेड पर पड़े 64 साल के अमर सिंह ने 5 महीने पहले को अमिताभ बच्चन और उनके परिवार के खिलाफ कही गई बातों के लिए अफसोस जाहिर किया था। अमर सिंह ने ट्विटर पर लिखा था, "आज मेरे पिता जी की पुण्यतिथि है और मुझे इसी वजह से अमिताभ बच्चन जी ने मैसेज भेजा। जिंदगी के ऐसे मोड़ पर जब मैं जीवन और मौत के संघर्ष में जूझ रहा हूं, मैं अमितजी और उनके परिवार के प्रति बेवजह की बयानबाजी के लिए खेद प्रकट करता हूं। भगवान उन सबकी रक्षा करे।"
जया के साथ अमर की कहासुनी के बाद आईं थीं दूरियां
अमर सिंह के मुताबिक, 2012 में अनिल अंबानी की पार्टी में हुई जया बच्चन संग कहासुनी के बाद से दोनों परिवारों में दूरियां आ गईं थीं। अमर सिंह ने कहा था, "अमिताभ ने उस झगड़े में अपनी पत्नी का साथ दिया था। तभी से हमारे बीच दूरियां बढ़ गईं थीं।"
शादी के 14 साल बाद बने पिता
- उनका जन्म 27 जनवरी 1956 को हुआ था।
- अमर सिंह ने 1987 में पंकजा कुमारी सिंह से शादी की थी।
- शादी के 14 साल बाद अमर सिंह पिता बने थे।
- अप्रैल 2001 में पंकजा ने 2 जुड़वा बेटियों को जन्म दिया था।
- उनकी बेटियों का नाम दृष्टि और दिशा है।
- अमर सिंह ने मई 2016 में सबमिट किए राज्यसभा एफिडेविट में दोनों बेटियों के नाम कुल 12.8 लाख रुपए की संपत्ति शो की थी।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष, अखिलेश यादव
श्री अमर सिंह जी के स्नेह-सान्निध्य से वंचित होने पर भावपूर्ण संवेदना एवं श्रद्धांजलि।
अपनी विशिष्ट कार्यशैली से भारतीय राजनीति पर अमिट प्रभाव डालने वाले मृदुभाषी राजनेता, सांसद श्री अमर सिंह जी का निधन दुःखद है। उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें। ॐ शांति! : उत्तर प्रदेश CM