खाद को लेकर मध्य प्रदेश में सियासी संग्राम
मध्य प्रदेश खाद को लेकर मध्य प्रदेश में सियासी संग्राम
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में किसान इन दिनों खेती के काम में जुटे हुए हैं और उन्हें इसके लिए खाद की जरूरत हो रही है। कई स्थानों पर किसानों को आसानी से खाद न मिलने के मामले सामने आ रहे हैं। अब इस पर सरकार और विपक्ष के बीच सियासी संग्राम तेज हो गया है।
राज्य के कई हिस्से ऐसे हैं जहां से ऐसी तस्वीरें आ रही हैं कि किसान लगातार खाद के लिए परेशान है और वितरण केंद्रों पर लंबी-लंबी लाइनें भी नजर आ रही हैं। किसान भी कह रहे हैं कि उन्हें आसानी से खाद नहीं मिल पा रही है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पन्ना प्रवास के दौरान भी खाद वितरण के मामले में शिकायत आई थी। उसके बाद उन्होंने अधिकारियों की बैठक बुलाकर वितरण व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने अधिकारियों की एक बैठक में कहा कि किसानों को आसानी से खाद मिले। वितरण केंद्र के पास टेंट, बैठक व्यवस्था और पेयजल का प्रबंध रहे। उपलब्धता के बावजूद वितरण व्यवस्था की किसी कमी के कारण किसान को परेशानी नहीं आनी चाहिए। किसान को लाइन न लगाना पड़े, उसका समय और ऊर्जा जाया न हो, इसके लिए कलेक्टर्स पूरी व्यवस्था पर निगरानी रखें।
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में खाद की कमी नहीं है, न ही आने वाले समय में कमी रहेगी। वे नियमित रूप से केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया से सम्पर्क में हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश को सदैव आवश्यकता के अनुसार खाद उपलब्ध करवाने का कार्य किया है।
अब धीरे-धीरे यह खाद का मुद्दा सियासी रंग लेने लगा है और सत्ता तथा विपक्ष के बीच वार पलटवार भी हो रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कुछ लोगों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, हमारे पास पर्याप्त खाद है और मैं आपको आश्वस्त कर रहा हूं कि हम इसकी कोई कमी नहीं आने देंगे। इसलिए आप बिल्कुल चिंता न करें। कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं, ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
खाद उपलब्ध होने और कुछ लोगों के नाम फैलाने के मुख्यमंत्री के बयान के बाद नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह ने न केवल आपत्ति दर्ज कराई है बल्कि पलटवार किया है और मुख्यमंत्री के बयान पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा, तमाम लोग महिलाएं और बच्चे खाद यूरिया के लिए सुबह से शाम तक लाइन में लगे हैं, क्या जानबूझकर झूठी बयानबाजी कर रहे हैं। पिछले सप्ताह मैं भिंड में था वहां लाइने लगी थी। किसानों को खाद की जरुरत है और वे उत्तर प्रदेश से लाने को मजबूर हैं।
मुख्यमंत्री के बयान पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी अपनी बात रखी और कहा कि आज किसान जिले जिले में खाद के लिए भटक रहा है। मुख्यमंत्री कह रहे हैं खाद की कमी नहीं है इससे यह साफ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री को मध्यप्रदेश के आम जन और किसानों के बारे में क्या जानकारी है?
(आईएएनएस)
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