राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर कसा तंज, गहलोत ने पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया टारगेट 156

राजनीति में तकरार राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर कसा तंज, गहलोत ने पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया टारगेट 156

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-27 10:33 GMT
राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर कसा तंज, गहलोत ने पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया टारगेट 156

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस नेताओं के बीच कई दिनों से तकरार बनी हुई है।  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच सियासी हेरफेर से शुरू हुई तकरार बयानों में साफतौर पर देखने को मिल रही हैं। कांग्रेस के दोनों ही दिग्गज नेता एक दूसरे पर बयानबाजी करने से बाज नहीं आ रहे है। एक तरफ सचिन पायलट 2018 में मिली जीत का श्रेय खुद ले रहे  थें, अब अशोक गहलोत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। सीएम अशोक गहलोत का मानना है कि राज्य में कांग्रेस पार्टी की सत्ता वापसी की प्रमुख वजह पिछले कार्यकाल में किए गए काम थे।

एक दूसरे की टांग खींचने वाली इस सियासत में पायलट बार-बार यह कहते रहे हैं कि 2013 से 2018 के बीच जब पार्टी ने उन्हें अध्यक्ष पद की कमान संभाली थी, तब उन्होंने राज्य में पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं के साथ खूब संघर्ष किया था। तब जाकर कांग्रेस पार्टी एक बार फिर सत्ता में आई। पायलट का यह भी मानना है कि जब अलाकमान ने उन्हें कांग्रेस कमेटी का प्रमुख बनाया तब प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के पास केवल 21 विधायक मौजूद थे, उन्होंने 5 साल तक कड़ी मेहनत की है। 

गहलोत की बातें

सीएम गहलोत ने पायलट का जिक्र किए बिना कहा कि 2013 में हमारी हार की बड़ी वजह मोदी लहर थी, लेकिन राज्य में भाजपा सरकार के 6 माह पूरे होने पर जनता को अपनी गलतियों का अहसास हो गया था। गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के बाद सवाई मानसिंह स्टेडियम पर सीएम गहलोत ने पत्रकारों से कहा कि, चुनाव के वक्त जो माहौल बनता है। उससे सरकार को वापसी करने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा पार्टी कार्यकर्ता, पार्टी संघर्ष करती है, सड़कों पर उतरती है। हालांकि, प्रदेश की जनता के ध्यान में था कि 2013 में हमने सरकार बदलकर गलती कर दी थी और इसलिए चुनाव आते-आते कांग्रेस पार्टी के पक्ष में हवा बन गई थी। साथ ही जनता ने यह निश्चय कर लिया मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत होंगे। 

मिशन 156 पर काम करूंगा

गहलोत ने कहा कि 'हमारा मकसद बिल्कुल साफ है। जिस आधार से हमने 1998 में सरकार बनाई थी, उस वक्त पार्टी को 156 सीटें आई थीं, उस वक्त मैं प्रदेश का अध्यक्ष था, तो मैं चाहूंगा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता मिशन 156 पर काम करें। इसके लिए हम सभी ने काम करना शुरू कर दिया है।' 2020 में जब राज्य में राजनीतिक संकट आई थी तब उनके विधायकों ने उनका समर्थन किया। सीएम ने आगे कहा कि, उन्होंने अपनी सरकार बचाने के लिए और जनता की सेवा करने के लिए मैंने कड़ा संघर्ष किया और अपनी आखिरी सांस तक ऐसा करते रहेंगे। 

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