राजस्थान से पैदल गोरखपुर आए मामचंद
योगी के प्रति गजब की दीवानगी राजस्थान से पैदल गोरखपुर आए मामचंद
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति गजब दीवानगी दिखने को मिली है। उनके प्रति निष्ठा रखने वाले राजस्थन के मामचंद आनंद पैदल ही उनसे मिलने गोरखनाथ मंदिर पहुंच गए।
मामचंद नाथपंथ और योगी आदित्यनाथ से बेहद प्रभावित हैं और पंथ में शामिल हो अध्यात्म के मार्ग पर चलने के लिए योगी का मार्गदर्शन चाहते हैं। जयपुर के रहने वाले मामचंद आनंद पेशे से वाहन चालक हैं।
वह तीन बच्चों के पिता हैं और अब गृहस्थ से सन्यास जीवन में आकर अध्यात्म के गूढ़ रहस्यों को समझना चाहते हैं। उनका कहना है कि शिवावतारी गुरु गोरक्षनाथ द्वारा प्रवर्तित नाथपंथ उन्हें खासा प्रभावित करता है।
उनके मुताबिक, इसका कारण, इस पंथ का ध्येय लोक कल्याण है और वर्तमान में गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री के रूप में भी पंथ के ध्येय को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने बताया वह जयपुर से पैदल इसलिए चल पड़े कि वह अपने नए साधना पथ के प्रति समर्पण दिखा सकें।
उन्होंने बताया वह जयपुर से पैदल इसलिए चल पड़े कि वह अपने नए साधना पथ के प्रति समर्पण दिखा सकें। मामचंद को उम्मीद है कि योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद उनके जीवन में नई दिशा दिखाई देगी।
उधर, मुख्यमंत्री योगी ने होली की बधाई दी और कहा कि रंग, उमंग, उल्लास का यह पर्व शालीनता से मनाएं। जोश में होश ना खोएं, ताकि किसी भी प्रकार का संकट ना उत्पन्न हो। होली पर हर व्यक्ति की भावनाओं का ध्यान रखें।
कोई व्यक्ति स्वास्थ्य या पारिवारिक कारणों से रंग न खेलना चाहता हो तो उस पर रंग ना डालें। गंदगी न फेंके और न ही किसी की आंखों को नुकसान पहुंचाएं। होली का पर्व उस सनातन संस्कृति का हिस्सा है, जिसने दुनिया को वसुधैव कुटुंबकम और सर्वे भवन्तु सुखिनरू का मंत्र दिया है।
(आईएएनएस)