राजस्थान में रोटी पलट चुनाव के आसार? सर्वे में सीट शेयर और वोट परसेंटेज से गहलोत सरकार की बढ़ी टेंशन
- राजस्थान में इसी साल होने वाले हैं विधानसभा चुनाव
- सर्वे से बीजेपी खेमें में बल्ले-बल्ले
- सर्वे से राज्य की सत्ताधारी पार्टी में बढ़ी टेंशन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 200 विधानसभा सीटों वाले राजस्थान में सियासी घमासान जारी है। मौजूदा समय में कांग्रेस के हाथों में प्रदेश की कमान है। राज्य में इसी साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस नेता एक बार फिर राज्य में सत्ता की वापसी को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। उनका मानना है कि राज्य में इस बार रोटी पलट चुनाव नहीं होगा। साथ ही गहलोत सरकार का मानना है कि इस बार राज्य की जनता विधानसभा चुनाव में इस परंपरा को खत्म करने वाली है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। जिसको लेकर गहलोत सरकार में हलचल पैदा हो गई है। राजनीति के जानकारों में भी अटकलों का दौर जारी है। वे कयास लगा रहे हैं कि राजस्थान की जनता इस बार सत्ता की लगाम किसके हवाले करेगी? इस बीच सी वोटर ने एबीपी न्यूज के लिए एक सर्वे किया है। जिसमें राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर जनता की राय जानने की कोशिश की गई है। ओपिनियन पोल में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलता नजर आ रहा है।
सर्वे के मुताबिक, इस बार बीजेपी राजस्थान में पूर्ण बहुमत के साथ वापसी कर सकती है। इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को लगभग 109-119 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, कांग्रेस को 78-88 सीटें मिलने का अनुमान है। इसके अलावा अन्य के खाते में 1-5 सीटें जाती हुई दिखाई दे रही हैं।
राजस्थान विधानसभा की कुल सीटें- 200/200
राजस्थान में किसे कितनी सीटें?
बीजेपी- 109-119 सीटें
कांग्रेस- 78-88 सीटें
अन्य- 1-5 सीटें
वहीं वोट परसेंटेज की बात करें तो 46 फीसदी वोट के साथ बीजेपी पहले पायदान पर रहने की उम्मीद है। जबकि वोट शेयर के मामले में कांग्रेस भी ज्यादा पीछे नजर नहीं आ रही है। अगर सर्वे सही साबित होता है तो कांग्रेस को लगभग 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। इसके अलावा अन्य को 13 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं।
वोट शेयर के हिसाब से कौन-सी पार्टी आगे
बीजेपी- 46 फीसदी
कांग्रेस- 41 फीसदी
अन्य- 13 फीसदी
बता दें कि पिछले चुनाव में बीजेपी ने राजस्थान की सभी 200 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा था। लेकिन बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, कांग्रेस भी इस चुनाव में बहुमत के आंकड़े से दो सीटें कम रह गई थी। इसके बाद अशोक गहलोत बीएसपी के 6 और अन्य निर्दलीय विधायकों के साथ राज्य में कांग्रेस की जीत पक्की की और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी।