मणिपुर हिंसा को लेकर दिल्ली में सर्वदलीय बैठक, कांग्रेस ने पीएम के न होने पर उठाए सवाल
- सर्वदलीय बैठक पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
- मणिपुर हिंसा पर दिल्ली में अहम बैठक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में हिंसा की आग अब तक नहीं थमी है। आए दिन अलग-अलग शहरों से हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। जिसकी वजह से अब तक प्रदेश में 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। जिसको देखते हुए केंद्र सरकार ने आज (24 जून) सर्वदलीय बैठक बुलाई है। जिसमें विपक्ष के सभी नेता शामिल होंगे। इस बैठक के बुलाने का उद्देश्य है सियासी दलों को घटना की पूरी जानकारी देना साथ ही उनसे सुझाव भी मांगना ताकि राज्य में शांति कायम हो सके।
बता दें कि, मणिपुर हाईकोर्ट की ओर से मैतई समुदाय के पक्ष में जबसे आरक्षण को लेकर फैसला सुनाया गया है तब से हिंसा की आग में प्रदेश जल रहा है। हिंसा इतनी बढ़ चली है कि उपद्रवी मंत्रियों के घरों में आग लगा दे रहे हैं आम लोगों के जीवन का तो कोई भरोसा नहीं है। अब इसी मसले पर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। जिसमें सभी दल के नेता शामिल होने वाले हैं।
इंफाल में हो बैठक- विपक्ष
सर्वदलीय बैठक का नेतृत्व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह करने वाले हैं। यह बैठक दिल्ली में बुलाई गई है। जिसको लेकर विपक्षी दल सवाल भी खड़े कर रहे हैं। उनका कहना है कि दिल्ली में बैठ कर मणिपुर की आग को शांत नहीं किया जा सकता। इसके लिए उचित स्थान राजधानी इंफाल ही ठीक रहेगा। साथ ही सियासतदानों ने यह भी कहा कि केवल सर्वदलीय बैठक से कुछ नहीं होगा। इस बैठक में स्थानीय लोगों को भी बुलानी चाहिए तभी जाकर हिंसा को जड़ से खत्म किया जा सकता है नहीं तो ये बदस्तूर जारी रहेगा।
देश जल रहा पीएम विदेश दौरे पर- कांग्रेस
प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस पार्टी मणिपुर हिंसा को लेकर बीजेपी पर जबरदस्त हमलावर है। कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि, मणिपुर में भाजपा की सरकार है फिर भी हालात को सामान्य करने में विफल रही है। इसके अलावा पीएम के अमेरिकी दौरे को लेकर कहा कि, देश का एक राज्य जल रहा है पीएम विदेश दौरे पर गए है। इस बीच सर्वदलीय बैठक बुलाने का क्या मायने है। साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम मोदी को घेरा है।
राहुल का पीएम मोदी पर निशाना
राहुल ने कहा कि, मणिपुर 50 दिनों से जल रहा है, मगर प्रधानमंत्री मौन रहे। सर्वदलीय बैठक तब बुलाई गई जब प्रधानमंत्री खुद देश में नहीं हैं। साफ है, प्रधानमंत्री के लिए यह बैठक महत्वपूर्ण नहीं है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक वीडियो जारी कर कहा, "प्रधानमंत्री अमेरिका में हैं, लेकिन वह मणिपुर के बारे में खामोश हैं। उन्होंने मणिपुर के नेताओं से मुलाकात करने से मना कर दिया। हिंसा के 51 दिन बीत जाने के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है।"
मणिपुर क्यों जल रहा?
- मणिपुर में सबसे पहले हिंसा 3 मई को भड़की थी, जो अब तक बदस्तूर जारी है।
- हिंसा भड़कने का मुख्य कारण अदालत का एक फैसला है। हाईकोर्ट ने मणिपुर की मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दे दिया। जिसके खिलाफ कुकी समुदाय के लोगों ने अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया ये कहकर की ये हमारा हक को छीन लेंगे।
- आलम यह है कि अब तक इस हिंसा में 100 से ज्यादा लोग मैतई और कुकी समुदाय से मारे गए हैं। फिर भी ये आग शांत नहीं हो रही है।
- माना जा रहा है कि मणिपुर में हिंसा कुकी समुदाय के लोगों ने भड़काई है। ये हाईकोर्ट के द्वारा मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को सिरे से नकार रहे हैं।