ओडिशा ट्रेन हादसा : हादसे की रिपोर्ट देने से पहले सीबीआई जांच पर भड़की कांग्रेस, कहा - सरकार जवाबदेही पर डाल रही पर्दा
डिजिटल डेस्क, बालासोर। बालासोर ट्रेन हादसे के जख्म अभी भरे भी नहीं है कि इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से इस पर लगातार बयानबाजी हो रही है। इस गंभीर हादसे में 285 लोगों ने अपनी जान गवां दी जबकि लगभग 900 से ज्यादा लोग घायल हो गए। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी, जिसके बाद आज सीबीआई की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरु कर दी है। लेकिन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर सीबीआई जांच पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रिपोर्ट से पहले क्यों सीबीआई जांच?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि हादसे के बाद सरकार ने रेल सेफ्टी कमिश्नर की रिपोर्ट आने का इंतजार भी नहीं किया। इससे पहले सीबीआई जांच का ऐलान कर दिया गया। यह निर्णय दर्शाता है कि सरकार नाकामियों को छुपाने के लिए सुर्खियां बटोर रही है। इस मामले को लेकर जयराम रमेश ने कानपुर में हुए ट्रेन हादसे की भी याद दिला दी। जिस हादसे की जांच NIA से कराने की बात की गई थी। लेकिन मामले में आज तक कुछ देखने को नहीं मिला। वैसे भी अगर देखा जाए तो यह बात परेशान कर रही है कि मामले में सरकार सीबीआई से जांच कराने के लिए इतनी परेशान क्यों हैं? जबकि मामले की भयावहता को नजदीक से देखा जाए तो सरकार को पहले रेल सेफ्टी कमिश्नर की रिपोर्ट आ जाने का इंतजार जरूर करना चाहिए था।
जयराम रमेश ने ट्वीट कर उठाए सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए मामले में सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने प्रश्न पूछते हुए लिखा कि "रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने अभी बालासोर ट्रेन दुर्घटना पर अपनी रिपोर्ट भी नहीं दी है, उससे पहले ही CBI जांच की घोषणा कर दी गई. यह कुछ और नहीं बल्कि हेडलाइन मैनेजमेंट है, क्योंकि सरकार डेडलाइन पूरा करने में पूरी तरह से विफल है." वहीं जयराम रमेश ने तंज भरे लहजे में पूछते हुए आगे लिखा कि मामले में आप क्रोनोलॉजी को याद कीजिए...
जयराम रमेश ने आगे लिखा, अब इस क्रोनोलॉजी को याद कीजिए...
1. 20 नवंबर, 2016: इंदौर-पटना एक्सप्रेस कानपुर के पास पटरी से उतर गई. इस दुर्घटना में 150 से ज्यादा लोगों की जान चली गई
2. 23 जनवरी, 2017: तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर इस दुर्घटना की NIA जांच कराने की मांग की
3. 24 फरवरी, 2017: प्रधानमंत्री ने कहा कि कानपुर रेल दुर्घटना एक साजिश है
4. 21 अक्टूबर, 2018: अखबारों में रिपोर्ट आई कि NIA इस मामले में कोई चार्जशीट दाखिल नहीं करेगी
5. 6 जून, 2023: कानपुर ट्रेन हादसे पर NIA की अंतिम रिपोर्ट को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक खबर नहीं आई है. कोई जवाबदेही नहीं!
खड़गे ने CBI जांच को बताया राजनीतिक विफलता
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पिछले दिन यानि सोमवार को ही बालासोर रेल हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखा। जिसमें मामले के सभी पहलुओं की जांच की मांग करते हुए कहा कि सीबीआई की जांच से ‘तकनीकी, संस्थागत और राजनीतिक विफलताओं’ की जवाबदेही तय नहीं हो सकती। इस पत्र में उन्होंने यह भी कहा कि CBI रेल दुर्घटनाओं की जांच के लिए नहीं है, वह अपराधों की छानबीन करती है। पूर्व रेल मंत्री खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार जवाबदेही तय करने के किसी भी प्रयास को नाकाम करने और लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।