रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामला: NIA की टीम को मिली बड़ी सफलता, केस में मुजम्मिल शरीफ नाम के संदिग्ध को किया गिरफ्तार
- एनआईए ने ब्लास्ट केस में मुजिम्मिल शरीफ को किया गिरफ्तार
- मुजम्मिल शरीफ हमले में था प्रमुख आरोपी का सह-साजिशकर्ता
- रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले की जांच जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मुजम्मिल शरीफ नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। बीते कुछ दिनों से जांच एजेंसी की टीम तीन राज्यों के अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही हैं। एनआईए की टीम कर्नाटक के 12, तमिलनाडु के 5 और उत्तर प्रदेश के एक सहित कुल 18 जगहों पर छापेमारी की है। जिसके बाद मुजम्मिल शरीफ को सह-साजिकर्ता के रूप में पकड़ा गया है।
दो मुख्य आरोपी अभी भी फरार
एनआईए की टीम 3 मार्च, 2024 को इस मामले पर छानबीन शुरू की। मुजम्मिल शरीफ से पहले मुख्य आरोपी मुस्सविर शाजीब हुसैन के बारे में टीम को पता चला। वहीं, जांच एजेंसी को मामले में एक और साजिशकर्ता के बारे में पता चला है, जिसका नाम अब्दुल मथीन ताहा है। फिलहाल ये दोनों एनआईए की गिरफ्त से फरार है और एनआईए टीम तालाशी में जुटी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, अब तक की जांच में पता चला है कि मुजम्मिल शरीफ ने सीधे तौर पर दो अन्य आरोपी को रामेश्वरम कैफे तक विस्फोटक पदार्थ आईईडी पहुंचाने में मदद किया था। एक मार्च को हुए इस हादसे में रामेश्वरम कैफे के कई कस्टमर्स को चोटें आई थी। इस घटना के चलते होटल को भारी नुकसान पहुंचा था। इससे पहले भी एनआईए की टीम ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया था।
गुरुवार को भी हुई थी छापेमारी
एनआईए की टीम ने बताया कि उसने गुरुवार को भी तीन अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। जिसमें आरोपियों के घर, दुकानों के अलावा अन्य जगह शामिल है। इस दौरान टीम को डिजिटल डिवाइस के साथ कैश भी बरामद हुआ है। मामले की जांच जारी है।