सुषमा का निधनः एक साल से भी कम समय में दिल्ली ने खोए तीन पूर्व CM
सुषमा का निधनः एक साल से भी कम समय में दिल्ली ने खोए तीन पूर्व CM
- 1993 से 1996 तक दिल्ली के सीएम रहे मदन लाल खुराना का निधन पिछले साल अक्टूबर में हुआ था
- पिछले महीने शीला दीक्षित और बीते साल मदन लाल खुराना का निधन हो गया था
- शीला दीक्षित 1998 से 2013 तक लगातार 15 सालों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुषमा स्वराज के निधन के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली ने एक साल के भीतर अपने तीन पूर्व मुख्यमंत्री खो दिए। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात एम्स में निधन हो गया। देश की राजनीति में बड़ी क्षति माना जा रहा है। दिल्ली के लोगों के लिए यह ज्यादा दुख की बात है क्योंकि उसने एक साल से भी कम समय में अपने तीन पूर्व मुख्यमंत्री खो दिए हैं। इनमें दो महिला मुख्यमंत्री हैं। सुषमा स्वराज 1998 में अक्टूबर से दिसंबर तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं। मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।
मदन लाल खुराना का पिछले साल अक्टूबर में हुआ था निधन
दिल्ली के पूर्व सीएम मदन लाल खुराना का निधन पिछले साल अक्टूबर में हो गया था। वह 1993 से 1996 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे। 82 वर्षीय खुरान लंबे समय से बीमार चल रहे थे। दिल्ली के सीएम के अलावा वह 2004 में राजस्थान के राज्यपाल भी बनाए गए थे। 90 के दशक में खुराना बीजेपी की दिल्ली इकाई का चेहरा थे। पार्ट कार्यकर्ता उन्हें 'दिल्ली का शेर' कहते थे। इस तरह एक साल से भी कम समय के अंतराल में दिल्ली ने अपने तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को खो दिया।
शीला दीक्षित दिल्ली की दूसरी महिला मुख्यमंत्री थीं और देश की पहली ऐसी महिला मुख्यमंत्री थीं, जिन्होंने लगातार तीन बार मुख्यमंत्री पद संभाला। इसके अलावा वह 1984 से 1989 तक कन्नौज से सांसद रहीं। 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांगेस की मुख्यमंत्री पद के लिये उम्मीदवार घोषित की गई थीं, लेकिन बाद में उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था। इसके बाद 10 जनवरी 2019 को उन्हें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्ष बनाया गया था।
दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित का जुलाई में हुआ निधन
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित का पिछले महीले यानी जुलाई में हृदय गति रुकने से निधन हो गया था। वह 1998 से 2013 तक लगातार 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। वह केरल की राज्यपाल भी रहीं।