Vikas Dubey Encounter: STF ने बताई एनकाउंटर की पूरी कहानी, कहा- भारी बारिश और रास्ते में गाय-भैसों के झुंड को बचाने में पलटी गाड़ी
Vikas Dubey Encounter: STF ने बताई एनकाउंटर की पूरी कहानी, कहा- भारी बारिश और रास्ते में गाय-भैसों के झुंड को बचाने में पलटी गाड़ी
- गैंगस्टर विकास दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया गया
- यूपी STF ने बताया कि गाड़ी कैसे हुई हादसे का शिकार
डिजिटल डेस्क, कानपुर। गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर पर कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं और न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर बयान जारी कर बड़ी जानकारी दी है। एसटीफ ने बताया है कि विकास दुबे को लेकर जा रही गाड़ी के सामने सड़क पर अचानक गाय-भैसों का झुंड आ गया था। जानवरों को बचाने के चक्कर में गाड़ी पटल गई। विकास इस मौके का फायदा उठाकर पुलिसकर्मी की पिस्तौल लेकर भागने की कोशिश करने लगा। इस दौरान पुलिस ने उसे आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन उसने पुलिस पर फायर कर दिया। जवाबी कार्रवाई में उसे चार गोली लगी और वह मारा गया।
STF issues press note in #VikasDubey encounter matter. "A herd of cattle had come in front of the vehicle due to which driver took sudden turn leading to accident...Police tried to go close to him to nab him alive but he continued to fire. Police retalitaed in self-defence..." pic.twitter.com/iOXaXv8vno
— ANI UP (@ANINewsUP) July 10, 2020
बता दें कि उज्जैन में महाकाल मंदिर के बाहर गुरुवार सुबह गिरफ्तार होने वाला गैंगस्टर विकास दुबे, लगभग 24 घंटे के अंदर एनकाउंटर में मार गिराया गया। पुलिस के मुताबिक, विकास की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई। उसके साथ मौजूद चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए, विकास दुबे ने उनका रिवॉल्वर छीना, भागने की कोशिश की, पुलिस की कार्रवाई में गोली लगी और अस्पताल पहुंचकर विकास दुबे की मौत हो गई। पुलिस की इस थ्योरी के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे थे। इसके बाद अब एसटीएफ ने घटना की पूरी जानकारी दी है।
एसटीएफ का जारी बयान
एसटीएफ ने कहा कि अभियुक्त विकास दुबे को एसडीएफ उत्तर प्रदेश लखनऊ टीम द्वारा पुलिस उपाधीक्षक तेजबहादुर सिंह के नेतृत्व में सरकारी वाहन से लाया जा रहा था। यात्रा के दौरान जनपद कानपुर नगर के सचेण्डी थाना क्षेत्र के कन्हैया लाल अस्पताल के सामने पहुंचे थे कि अचानक गाय-भैंसों का झुण्ड भागता हुआ मार्ग पर आ गया। लंबी यात्रा से थके हुए चालक द्वारा इन जानवरों से दुर्घटना को बचाने के लिए अपने वाहन को अचानक से मोड़ने पर वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया।
बयान में आगे कहा गया कि अचानक हुई इस घटना से इस गाड़ी में बैठे पुलिस अधिकारियों को गंभीर चोटे आई और वे क्षणिक रूप से अर्थ चेतनावस्था में चले गए। इस कारण साथ में बैठा दुस्साहसी दुर्दान्त अपराधी विकास दुबे अचानक घटित हुई इस परिस्थिति का लाभ उठाकर घायल निरीक्षक रमाकांत पचौरी की सरकारी पिस्टल को झटके से खींच लिया और दुर्घटना ग्रस्त सरकारी वाहन से निकलकर कच्चे मार्ग पर भागने लगा।
यूपी एसटीएफ ने आगे कहा कि पीछे से आ रहे दूसरे सरकारी वाहन में बैठे पुलिस उपाधीक्षक और अन्य अधिकारी के दुर्घटना ग्रस्त वाहन के पास पहुंचने पर घायल पुलिस कर्मियों ने बताया कि विकास दुबे अचानक हुई सड़क दुर्घटना की परिस्थितियों का लाभ उठाकर कच्ची सड़क की तरफ फरार हो गया। इस जानकारी के बाद घायल पुलिस कर्मियों को अस्पताल भेजा गया और विकास दुबे का पीछा किया गया। विकास दुबे फिर पुलिस से छीनी गई पिस्टल से पुलिस पर फायर करने लगा। अभियुक्त को जिन्दा पकड़ने की भरपूर कोशिश किए गए, लेकिन जैसे ही नजदीक पहुंचे विकास दुबे ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा।