सीता का हरण करने के लिए साधु के भेष में घूम रहे हैं राहुल- विजयवर्गीय
सीता का हरण करने के लिए साधु के भेष में घूम रहे हैं राहुल- विजयवर्गीय
- भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव हैं कैलाश विजयवर्गीय
- राहुल के खिलाफ विजयवर्गीय का विवादित बयान
- विजयवर्गीय ने दिग्विजय सिंह पर भी साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, इंदौर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और भाजपा-कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। इस बार भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अपत्तिजनक बयान दिया है। अपने इस बयान में राहुल गांधी की तुलना रावण से करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि प्रजातंत्र रूपी सीता का हरण करने के लिए राहुल साधु के भेष में घूम रहे हैं।
हम चाहते हैं दिग्विजय भाषण दें
विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि आम तौर पर नर्मदा परिक्रमा के बाद लोगों में वैराग्य का भाव आ जाता है, लेकिन इस धार्मिक यात्रा के बाद भी दिग्विजय में वैराग्य का भाव नहीं आया इसलिए कांग्रेस ने उन्हें वैराग्य दे दिया है। कटाक्ष करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि "दिग्विजय को चुनावी सभाओं में भाषण देने से रोका जाता है, हम तो चाहते हैं कि वह इन सभाओं में खूब भाषण दें।
विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के धार्मिक स्थलों में जाने के बारे में पूछे गये सवाल पर बीजेपी महासचिव ने यह प्रतिक्रिया दी। मध्य प्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो को लेकर कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर तंज कसा। दरअसल इस वीडियो में दिग्विजय को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उनके भाषण देने से कांग्रेस के वोट कटते हैं। इसलिए वह पार्टी के लिये चुनाव प्रचार करने नहीं जा रहे हैं। विजयवर्गीय ने इस बयान को दिग्विजय सिंह क कुंठा बताया है।
कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बयान में कहा कि हमने रामचरित मानस पढ़ी है जिसमें बताया गया है कि रावण माता सीता का हरण करने साधु के वेश में गया था। यह रावणी मानसिकता है कि प्रजातंत्र की सीता का हरण करने के लिये हम गले में दुपट्टा डाल लें, जनेऊ पहन लें और तिलक लगा लें। लेकिन जनता सब समझती है और वह इस रावणी प्रवृत्ति के साथ कभी नहीं जा सकती।