तीरथ की फिसली जुबान: पहले कहा- अमेरिका ने हमें 200 सालों तक गुलाम बनाया, फिर बोले- कम अनाज मिलने की शिकायत करने वालों ने ज्यादा बच्चे क्यों नहीं पैदा किए

तीरथ की फिसली जुबान: पहले कहा- अमेरिका ने हमें 200 सालों तक गुलाम बनाया, फिर बोले- कम अनाज मिलने की शिकायत करने वालों ने ज्यादा बच्चे क्यों नहीं पैदा किए

Bhaskar Hindi
Update: 2021-03-21 17:37 GMT
तीरथ की फिसली जुबान: पहले कहा- अमेरिका ने हमें 200 सालों तक गुलाम बनाया, फिर बोले- कम अनाज मिलने की शिकायत करने वालों ने ज्यादा बच्चे क्यों नहीं पैदा किए

डिजिटल डेस्क, देहरादून। फटी जींस पर बयान देकर माफी मांगने वाले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अब नए बयान के चलते विवादों में हैं। रविवार को उत्तराखंड के रामनगर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कुछ ऐसा कह दिया कि लोग हैरान रह गए। रावत ने कहा कि भारत को अमेरिका ने 200 साल तक गुलाम बनाकर रखा था। जबकि, भारत अमेरिका नहीं बल्कि ब्रिटिश का गुलाम रहा। तीरथ ब्रिटेन की जगह अमेरिका बोल गए। इसके बाद उन्होंने कहा कि अन्य देशों के मुकाबले भारत कोरोना महामारी से बेहतर तरीके से निपटा। जिन लोगों ने ज्यादा बच्चे पैदा किए उन्हें लॉकडाउन के दौरान सरकार से ज्यादा राशन मिला। 

जब समय था तब आपने दो ही पैदा किए, 20 क्यों नहीं किए
सीएम रावत ने लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा बांटे गए अनाज को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि लोगों में सरकार द्वारा बांटे गए चावल को लेकर जलन भी होने लगी कि दो सदस्यों वालों को 10 किलो जबकि 20 सदस्य वालों को एक क्विंटल अनाज क्यों दिया गया? उन्होंने कहा की ‘भैया इसमें दोष किसका है, उसने 20 पैदा किए, आपने दो पैदा किए, तो उसको एक क्विंटल मिल रहा है, इसमें जलन काहे का। जब समय था तब आपने दो ही पैदा किए, 20 क्यों नहीं किए।’

पीएम मोदी का नेतृत्व न होता तो हम बेहाल हो जाते
वहीं, दूसरे बयान में उन्होंने कहा कि अमेरिका ने भारत को 200 साल तक गुलाम बनाकर रखा। दरअसल रावत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप की तारीफ करते हुए ये बताना चाहते थे कि उनकी वजह से ही भारत में कोरोना के हालात काबू में रहे। रविवार को एक कार्यक्रम में कोरोना के हालात पर बोलते हुए रावत ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलख जगाई। मैं कह सकता हूं कि अगर उनकी जगह कोई और नेतृत्व होता तो भारत का न जाने क्या हाल होता। हम बेहाल हो जाते। उन्होंने हमें राहत देने का काम किया।

130-35 करोड़ की आबादी का देश भारत आज राहत महसूस करता है। अन्य देशों की अपेक्षा। जहां अमेरिका के हम 200 साल गुलाम थे। पूरे विश्व पर उसका राज था। सूरज छुपता नहीं था, यह कहा जाता था। आज के समय वह डोल गया, बोल गया। पौने 3 लाख से ज्यादा मृत्यु दर चला गया। 12 करोड़ की आबादी का देश, स्वास्थ्य में नंबर 1, हालत खस्ता है। फिर लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है।’ नरेंद्र मोदी ने हमें बचाने का काम किया है, लेकिन हमने उसका पालन भी किया। उन्होंने कहा कि मास्क लगाओ, सैनिटाइजर लगाओ, हाथ धोओ, सोशल डिस्टेंसिंग रखो तो लोगों ने किया।

सोशल मीडिया में खूब हुई आलोचना
दस मार्च को जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शपथ ली थी तो किसी को भी यह अंदाजा नहीं था कि 11 दिन के भीतर ही वे राष्ट्रीय स्तर पर विवादों में आ जाएंगे। 11 दिन में उन्होंने इतने विवादित बयान दिए, कि वह जमकर वायरल हुए। प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के बयानों पर छिड़े विवाद से देशभर में सियासत गरमा गई है। सड़क से लेकर संसद तक में बयानों पर उबाल दिखा। विपक्षी पार्टियों समेत विभिन्न संगठनों ने सीएम के जींस और फिर शॉर्ट्स से संबंधित बयान की जमकर आलोचना की। इतना ही नहीं पिछले करीब दो दिन से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ट्विटर और फेसबुक पर टॉप ट्रेंड में था। वहीं, फेसबुक पर भी हैशटैग रिप्ड जींस, रिप्ड पैंट, रिप्ड बॉडी और तीरथ सिंह रावत ट्रेंड में रहा।

फटी जींस पर घिरे थे सीएम 
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत इससे पहले भी महिलाओं की फटी जींस पर बोलकर विवादों में रह चुके हैं। उन्होंने कहा था कि आजकल महिलाएं फटी जींस पहनकर चल रही हैं, क्या ये सब सही है... ये कैसे संस्कार हैं। बच्चों में कैसे संस्कार आते हैं, ये अभिभावकों पर निर्भर करता है। हालांकि बाद में तीरथ सिंह रावत ने अपने बयान पर अफसोस जताया था।

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