उन्नाव केस: धरने पर बैठे अखिलेश यादव, बोले - इस्तीफा दें योगी आदित्यनाथ
उन्नाव केस: धरने पर बैठे अखिलेश यादव, बोले - इस्तीफा दें योगी आदित्यनाथ
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उन्नाव गैंग रेप की पीड़िता की मौत होने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार फंसती नजर आ रही है। कई राजनीतिक दलों द्वारा योगी सरकार पर निशाना साधा जा रहा है। इसी बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को पीड़िता के मौत के दिन को ब्लैक डे करार देते हुए इस घटना को अत्यंत निंदनीय बताया है। उन्होंने कहा कि "भाजपा के कार्यकाल में यह पहली घटना नहीं है, जिसमें किसी रेप पीड़िता की मृत्यु हुई हो।" उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि सीएम ने कहा था कि अपराधियों को ठोक दिया जाएगा, लेकिन वे तो एक बेटी की जान तक नहीं बचा सकते थे।
Akhilesh Yadav,Samajwadi Party: Till the day Uttar Pradesh Chief Minister, state Home Secretary and DGP don"t resign, justice will not be done. Tomorrow we will conduct a shokh sabha in all districts of the state over Unnao rape case. https://t.co/Fzs93kW08W pic.twitter.com/HZkGIDCVLn
— ANI UP (@ANINewsUP) December 7, 2019
इस्तीफा से मिलेगा न्याय : अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि जब तक प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, प्रदेश के गृह सचिव अवनीश कुमार और डीजीपी ओम सिंह प्रकाश इस्तीफा नहीं देंगे, तब तक न्याय नहीं होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि वह अपनी पार्टी के साथ रविवार को उन्नाव रेप केस को लेकर उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में एक शोक सभा का आयोजन करेंगे।
भाजपा सरकार की लापरवाही से हुई हत्या
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए उन्नाव पीड़िता की मौत के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने लिखा कि "उन्नाव की बहन की हत्या में भाजपा सरकार की लापरवाही ज़िम्मेदार है। ये प्रदेश की हर नारी के गरिमामय जीवन व सुरक्षा का प्रश्न है।" उन्होंने लिखा कि "यदि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ में नारी के सम्मान के लिए अंश मात्र भी संवेदनशीलता और संवेदना है, तो वो त्यागपत्र दें। ये प्रदेश की हर नारी और हमारी भी मांग है।"
उन्नाव की बहन की हत्या में भाजपा सरकार की लापरवाही ज़िम्मेदार है. ये प्रदेश की हर नारी के गरिमामय जीवन व सुरक्षा का प्रश्न है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 7, 2019
अगर भाजपा के मुख्यमंत्री में नारी के सम्मान के लिए अंश मात्र भी संवेदनशीलता व संवेदना है तो वो त्यागपत्र दें. ये प्रदेश की हर नारी और हमारी भी माँग है. pic.twitter.com/mFrdzNvoSM