लखनऊ में जीका वायरस के दो मरीज मिले, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

उत्तर प्रदेश लखनऊ में जीका वायरस के दो मरीज मिले, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-11 18:54 GMT
लखनऊ में जीका वायरस के दो मरीज मिले, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
हाईलाइट
  • लखनऊ में जीका वायरस के मिले दो मामले

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर  प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जीका वायरस के दो मामले सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। दोनों मरीज अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की टीम उन इलाकों में जांच करना शुरू करा दी है। इससे अफसरों में खलबली मच गई है। हुसैनगंज के फूलबाग निवासी एक पुरुष में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। बुखार के बाद मरीज की जांच कराई गई थी। जबकि दूसरा मामला कृष्णा नगर निवासी 24 वर्षीय महिला पर भी जीका वायरस की पुष्टि हुई है।

राहत कार्य शुरू
गौरतलब है कि डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन ने बताया महिला में अभी तक किसी तरह के कोई लक्षण नहीं है। जबकि दूसरा मरीज जांच कराने बाद गैर जनपद जा चुका है। दोनों मरीजों की तबीयत सामान्य है। बताया मरीजों में जीका की पुष्टि के बाद राहत कार्य शुरू करा दिया गया है। रात में मरीज के घर व उसके आसपास के लोगों की कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कराई गई। राहत की बात यह है कि मरीज के आस पड़ोस के लोगों में बुखार की पुष्टि नहीं हुई है। मरीज के परिवार के चार सदस्यों के खून के नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। 

अस्पताल में बन रहे हैं जीका वार्ड

बता दें कि जीका वायरस के मरीज सामने आने बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। सीएमओ के निर्देश पर लोकबंधु अस्पताल में तीन बेड का जीका वार्ड बनाया गया है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया अभी तीन बेड का आईसोलेशन जीका वार्ड बनाया गया है। जरूरत होने पर बेड की तादाद बढ़ाई जाएगी। सभी अस्पतालों में भी अलग से जीका वार्ड बनाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

क्या है जीका वॉयरस

जीका वायरस भी वही मच्छर की प्रजाति से फैलता है जिससे डेंगू भी फैलता है यानी एडीस मच्छर। जीका वायरस सलाइवा और सीमेन जैसे शरीर के तरल पदार्थ के आदान-प्रदान से संक्रामक हो सकता है। यह मनुष्यों के खून में भी पाया जा सकता है।

जीका वायरस के लक्षण 

जीका वायरस के लक्षण डेंगू के समान हैं। किसी व्यक्ति को संक्रमित मच्छर से काटे जाने के बाद थोड़ा जीका बुखार और चकत्ते दिखाई दिए जा सकते है। कॉंजक्टिवेटाइटिस, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, और थकावट कुछ अन्य लक्षण हैं जिन्हें महसूस किया जा सकता है। लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर ने बताया जीका वॉयरस का असर करीब पंद्रह दिन तक रहता है।

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