Rafale Fighter Jets in India: 'राष्ट्र रक्षा से बड़ा न कोई पुण्य है न व्रत', प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्लोक से किया राफेल का स्वागत
Rafale Fighter Jets in India: 'राष्ट्र रक्षा से बड़ा न कोई पुण्य है न व्रत', प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्लोक से किया राफेल का स्वागत
- 22 साल बाद भारत को 5 नए फाइटर प्लेन मिले
- पीएम मोदी ने श्लोक से किया राफेल का स्वागत
- राजनाथ का ट्वीट- वायुसेना की ताकत में इजाफा होगा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फ्रांस से 7 हजार किलोमीटर का हवाई सफर तय कर पांच राफेल विमानों का पहला बेड़ा आज (बुधवार, 29 जुलाई) भारत पहुंचा। इन विमानों ने कुछ देर तक अंबाला के आसमान पर गरजते हुए उड़ान भरी इसके बाद दोपहर करीब 3.15 बजे वायुसेना के अंबाला एयरबेस पर सुरक्षित लैंडिग की। पांचों राफेल एक ही एयरस्ट्रिप पर एक के बाद एक उतरे। इसके बाद इन्हें वॉटर कैनन सैल्यूट दिया गया। इसे लेकर कई लोगों ने अपने-अपने तरीके से इन अत्याधुनिक विमानों का स्वागत किया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन विमानों का स्वागत संस्कृत के एक श्लोक से किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन राफेल विमानों का स्वागत करते हुए ट्वीट किया, "राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं, राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्, राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो, दृष्टो नैव च नैव च। नभः स्पृशं दीप्तम्... स्वागतम्!" इसका मतलब है "राष्ट्र की रक्षा से बड़ा न कोई पुण्य है, कोई न व्रत है और न ही कोई यज्ञ है। आकाश को स्पर्श करने वाले... स्वागत है।" भारतीय वायु क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद राफेल विमानों को दो सुखोई 30 एमकेआई ने अपने घेरे में ले लिया और इन्हें अंबाला एयरबेस तक लेकर आए। भारतीय वायु सेना ने राफेल विमानों के बेड़े को "गोल्डेन एरो" नाम दिया है।
#WATCH हरियाणा: अंबाला एयरबेस पर राफेल लड़ाकू विमान को वाटर सैल्यूट दिया गया। आज 5 राफेल विमान अंबाला एयरबेस पहुंचे हैं। pic.twitter.com/fQSPeMjkyb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2020
राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं,
— Narendra Modi (@narendramodi) July 29, 2020
राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्,
राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो,
दृष्टो नैव च नैव च।।
नभः स्पृशं दीप्तम्...
स्वागतम्! #RafaleInIndia pic.twitter.com/lSrNoJYqZO
22 साल बाद भारत को 5 नए फाइटर प्लेन मिले
राफेल की अगवानी वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदाैरिया समेत वेस्टर्न एयर कमांड के कई अधिकारियों ने की। अंबाला एयरबेस पर 17वीं गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन राफेल की पहली स्क्वॉड्रन होगी। 22 साल बाद भारत को 5 नए फाइटर प्लेन मिले हैं। इससे पहले 1997 में भारत को रूस से सुखोई मिले थे।
भारत के लिए गौरव का क्षण: गृह मंत्री अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने भी राफेल के भारत आने को गर्व का क्षण करार दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, "राफेल का टचडाउन हमारी ताकतवर एयर फोर्स के लिए ऐतिहासिक दिन है और भारत के लिए गौरव का क्षण है! ये दुनिया की सबसे ताकतवर मशीनें हैं जो आसमान में किसी भी चुनौती को नाकाम करती हैं। मुझे भरोसा है कि राफेल की श्रेष्ठता से हमारे वायु योद्धाओं को हमारे आसमान की रक्षा करने में मदद मिलेगी।"
राजनाथ का ट्वीट- वायुसेना की ताकत में इजाफा होगा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल की लैंडिंग के तुरंत बाद ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- चिड़िया अंबाला में सुरक्षित उतर गई। भारत की सरजमीं पर राफेल का उतरना सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है।