सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत होंगे राज्यसभा में सदन के नेता
सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत होंगे राज्यसभा में सदन के नेता
- अरुण जेटली की जगह बनेंगे सदन के नेता
- दूसरी बार मोदी सरकार में मंत्री हैं गहलोत
- पिछड़े तबके और दिव्यांगों के लिए ड्राफ्ट कर चुके हैं कई स्कीम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीजेपी नेता थावरचंद गहलोत को अरुण जेटली की जगह राज्यसभा में सदन का नेता बनाया गया है। वे मोदी सरकार में सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। गहलोत बीजेपी के उन दलित चेहरों में शामिल हैं, जिन्हें मोदी कैबिनेट में दूसरी बार मंत्री बनने का मौका मिला है। बीजेपी की जीत के बाद 2014 में भी गहलोत सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण मंत्री रह चुके हैं। वह समाज के वंचित और पिछड़े तबके के साथ दिव्यांगों के लिए भी कई लाभकारी स्कीम ड्राफ्ट कर चुके हैं।
Thawar Chand Gehlot has been appointed as the Leader of the House (Rajya Sabha). (File pic) pic.twitter.com/iNg2l0VcBc
— ANI (@ANI) 11 June 2019
बता दें कि जेटली का स्वास्थ्य खराब होने के कारण वो राजनीतिक में अब सक्रिय नहीं हैं, उनका इलाज जारी है। जेटली ने शपथ ग्रहण के पहले ही खत लिखा था, जिसमें खराब स्वास्थ्य के कारण जिम्मेदारी न संभाल पाने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें दूसरी सरकार में मंत्रिमंडल हिस्सा न बनाया जाए।
थावरचंद गहलोत का जन्म 18 मई 1948 को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा गांव में हुआ था, गहलोत 1996 से 2009 तक शाजापुर सीट से सांसद रहे हैं, 2009 में उन्हें कांग्रेस के सज्जन सिंह वर्मा ने हराया था। गहलोत 2012 और फिर 2018 में दोबारा राज्यसभा सांसद बने, उनका कार्यकाल 2024 में खत्म होगा, उन्हें पीएम मोदी के करीबी लोगों में से माना जाता है।