बिहार विधानसभा में गूंजा चमकी बुखार का मुद्दा
बिहार विधानसभा में गूंजा चमकी बुखार का मुद्दा
- 28 जून से शुरू हुआ बिहार विधानसभा का मानसून सत्र
- तेजस्वी यादव सदन में उठाएंगे चमकी बुखार का मुद्दा
- बिहार में चमकी बुखार से अब तक 150 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में चमकी बुखार में लगभग 150 बच्चों की मौत के बाद अब विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सुध ली है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि वे एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से हुई मौत के मुद्दे को सोमवार को विधानसभा में उठाने की बात कही थी। जिसके बाद राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों ने सोमवार को विधानसभा के बाहर हंगामा किया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की।
विधानसभा के बाहर सैकड़ो कार्यकर्ता प्रदर्शन करने पहुंचे जिन्हें रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया। विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी पार्टी आरजेडी, कांग्रेस और भकपा ने चमकी बुखार से हुई मौतों के खिलाफ प्रदर्शन किया था और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बर्खास्त करने की मांग की थी। बता दें कि बिहार में चमकी बुखार से अब तक 150 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है।
आपको बता दें लोकसभा चुनाव के बाद गायब होने पर तेजस्वी यादव से जब विरोधियों द्वारा की गई उनकी आलोचना के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने इस विषय पर वह अपना रुख naट्विटर के जरिए स्पष्ट करने की बात कही। तेजस्वी ने कहा वैसे भी लोगों के पास बात करने के लिए और कुछ बचा ही नहीं है" "दोस्तों! कुछ हफ्तों से मैं अपनी पुरानी लिगामेंट और एसीएल की समस्या से परेशान था, इसका इलाज में व्यस्त था। हालांकि, मैं राजनीतिक विरोधियों के साथ-साथ मसालेदार कहानियों बनाने वाले मीडिया की कहानी सुनने के लिए उत्सुक हूं और जल्द ही आ रहा हूं" तेज्सवी ने ट्वीट किया था।
बिहार में चमकी बुखार से लगातार सेकड़ों गरीबों के बच्चों की मौत हो गई, इस दुखद घड़ी में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और इस मुद्दे को सदन में उठाया। बता दें कि बिहार विधानसभा का मानसून सत्र 28 जून से शुरू हो गया।