करगिल शहीद की पत्नी ने तड़प-तड़पकर तोड़ा दम, अस्पताल मांगता रहा आधार
करगिल शहीद की पत्नी ने तड़प-तड़पकर तोड़ा दम, अस्पताल मांगता रहा आधार
डिजिटल डेस्क, सोनीपत। हरियाणा के सोनीपत जिले में करगिल शहीद लक्ष्मण दास की विधवा शकुंतला की मौत का मामला एक गंभीर चर्चा का विषय बन गया है। गंभीर रूप से बीमार शहीद की विधवा अस्पताल में दो घंटे मौत से संघर्ष करती रही और भर्ती करने से पहले अस्पताल प्रबंधन परिजनों से आधार कार्ड मुहैया कराने की रट लगाए हुए था। इसी क्रम में शहीद की पत्नी ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। इस घटना को लेकर लोगों में काफी नाराजगी है।
अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि वह आधार की मूल प्रति देने पर ही शहीद की पत्नी को एडमिट करेगा। उधर, शहीद के बेटे पवन ने अपनी मां की मौत के बाद निजी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ इंसाफ की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है। शहीद के बेटे पवन ने कहा कि रविवार को मां की 13वीं की रस्म पूरी करूंगा। इसके बाद इस मामले में पुलिस को शिकायत कर मामला दर्ज करवाने की मांग करेंगे। बता दें कि गांव महलाना के रहने वाले करगिल शहीद लक्ष्मण दास की पत्नी शकुंतला को हृदय की बीमारी थी।
शहीद कैप्टन विजयंत थापर के पिता ने जताया अफसोस
इस मामले पर करगिल शहीद कैप्टन विजयंत थापर के पिता वीएन थापर ने इस घटना अफसोसजनक बताया है। उन्होंने कहा कि "हम अलग तरह के इंसान बनते जा रहे हैं। ऐसी घटनाएं हमारे सैन्य जवानों के मनोबल को प्रभावित करती हैं। निजी प्रबंधन के इस बर्ताव का वीडियो भी वायरल हो रहा है और सरकार ने शहीद की विधवा की मौत के दो दिन बाद भी इस केस में कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। जानकारी के अनुसार, मां की तबियत बिगड़ने पर बेटे पवन ने पहले उन्हें सेना की डिस्पेंसरी में भर्ती कराया। इसके बाद वहां से रेफर किए जाने पर वे निजी अस्पताल में पहुंचे। जहं अस्पताल प्रबंधन बिना आधार कार्ड के शहीद की पत्नी शकुंतला को भर्ती नहीं कर रहा था।
मोबाइल में दिखाया था आधार
हालांकि शहीद के बेटे पवन ने आधार कार्ड की कॉपी मोबाइल में दिखाई, लेकिन अस्पताल ऑरिजनल आधार मुहैया कराने की जिद पर अड़ा रहा। इस दौरान अस्पताल में ऊंची आवाज में बोलने पर पुलिस बुला ली गई। सोनीपत पुलिस का कहना है कि अभी तक किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है अगर मिली तो कार्रवाई होगी। इस मामले में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
करगिल युद्ध में शहीद हुए हवलदार लक्ष्मण दास की पत्नी शकुंतला देवी की हरियाणा के सोनीपत में इलाज न मिलने से मौत हो गई। हृदयरोगी शकुंतला को उनके बेटे पवन गुरुवार को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल ले गए थे। पवन ने शनिवार को आरोप लगाया है कि निजी अस्पताल ने आधार कार्ड न देने पर उनकी मां का इलाज करने से मना कर दिया। अस्पताल ने इन आरोपों को खारिज किया है।