भारत-पाक के बीच 23 अक्टूबर को नहीं होगा करतारपुर कॉरिडोर का एग्रीमेंट साइन!
भारत-पाक के बीच 23 अक्टूबर को नहीं होगा करतारपुर कॉरिडोर का एग्रीमेंट साइन!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर के एग्रीमेंट पर बुधवार को साइन नहीं किए जाएंगे। सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आ रही है। इससे पहले सोमवार को दोनों देशों ने घोषणा की थी कि वह 23 अक्टूबर को करतारपुर कॉरिडोर के एग्रीमेंट पर साइन करेंगे।
Sources: Signing of agreement on Kartarpur Corridor between India and Pakistan unlikely tomorrow. Earlier, both the countries had announced, the Agreement on Kartarpur Corridor will be signed on 23rd October. pic.twitter.com/NZPOHiLdMY
— ANI (@ANI) October 22, 2019
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि तीर्थयात्रियों की लंबित मांग के मद्देनजर भारत करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के एग्रीमेंट पर साइन करने के लिए तैयार है।
विदेश मंत्रालय ने कहा था, "एग्रीमेंट पर साइन करने के लिए सहमत होते हुए, पाकिस्तान सरकार से एक बार फिर तीर्थयात्रियों पर 20 डॉलर की सेवा शुल्क लगाने के फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया गया है। भारत किसी भी समय समझौते को संशोधित करने के लिए तैयार होगा।"
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी पक्ष के साथ 14 मार्च को पहले दौर की वार्ता हुई थी। अधिकारियों के स्तर की वार्ता के साथ, दोनों पक्षों ने परियोजना के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा करने के लिए एक्सपर्ट लेवल की कई दौर की मीटिंग आयोजित की। अब तक अधिकारियों के स्तर की वार्ता के तीन दौर हुए हैं।
दोनों पक्षों ने अपनी बातचीत के दौरान, तीर्थयात्रियों की संख्या से लेकर कॉरिडोर कितने दिनों तक खुला रहेगा इसे लेकर चर्चा की गई। सिख तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए स्थापित की गई पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (PSGPC) के कंपोजिशन पर भी दोनों देशों के बीच लंबी चर्चा के बाद सहमति बन गई।
आखिरी पॉइंट 20 डॉलर सेवा शुल्क था जिसपर दोनों देशों के बीच सहमति बनने में लंबा समय लग गया। पाकिस्तान ने कॉरिडोर का उपयोग करने के लिए हर सिख तीर्थयात्री से ये चार्ज वसूलने का फैसला किया है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने सोमवार को डॉन से बात करते हुए दोनों पक्षों के जल्द ऐग्रीमेंट पर साइन करने की पुष्टि की। उन्होंने कहा "एग्रीमेंट पर साइन करने की तारीखों पर काम किया जा रहा है।"
बता दें कि गुरु नानक की 550वीं जयंती से तीन दिन पहले 9 नवंबर को पाकिस्तान भारत और अन्य देशों के सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर कॉरिडोर खोलेगा। हर दिन भारत से 5,000 सिख तीर्थयात्री जाएंगे। यह कॉरिडोर करतारपुर में दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक श्राइन से जोड़ेगा।