CAA: वार्ताकारों की कोशिश विफल, रास्ता बंद रखने पर अड़े प्रदर्शनकारी
CAA: वार्ताकारों की कोशिश विफल, रास्ता बंद रखने पर अड़े प्रदर्शनकारी
- CAA को हटाने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी
- शाहीन बाग में बीते दो महीने से प्रदर्शन जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नागरिकता कानून के खिलाफ 15 दिसंबर से शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन का हल निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित मध्यस्थता पैनल आज फिर से प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचा। करीब डेढ़ घंटे की बातचीत के बाद भी वार्ताकार प्रदर्शनकारियों को मानने में विफल रहे। प्रदर्शनकारियों ने संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन की मौजूदगी में एलान किया कि वह रास्ता खाली नहीं करेंगे।
Delhi: Sanjay Hegde and Sadhana Ramachandran — mediators appointed by Supreme Court reach Shaheen Bagh. They are here for talks with the protesters for the second day. pic.twitter.com/sXoSoy2Mwm
— ANI (@ANI) February 20, 2020
Live Updates :
- वार्ताकार अब प्रदर्शनकारियों के साथ कालिंदी कुंज तक बंद पड़ी सड़क को देखने के लिए निकले। उनके साथ कुछ प्रदर्शनकारी महिलाएं भी बंद सड़क देखने जा रही हैं।
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प्रदर्शनकारियों ने वार्ताकारों के सामने एलान किया कि वह रास्ता खाली नहीं करेंगे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जिस दिन केंद्र सरकार नागरिकता कानून हटाने का एलान कर देगी, हम उस दिन रास्ता खाली कर देंगे।
- संजय हेगड़े ने कहा - प्रदर्शनकारी बात करने में हमारा सहयोग करें। एक हाथ से ताली नहीं बजती। जब दोनों हाथ मिलते हैं, तब कुछ बात बनती हैं। हमारी कोशिश है कि शाहीन बाग का रास्ता निकले।
- साधना रामचंद्रन ने कहा - कल 10:15 महिलाओं से अलग जगह पर बात करेंगे।
- संजय हेगड़े ने कहा - आप दो महीने से आंदोलन कर रहे हैं। जब तक सुप्रीम कोर्ट है, आप सभी की बात सुनी जाएगी। हम चाहते हैं कि आपका यह प्रदर्शन देश के लिए मिसाल बनें।
- वार्ताकार संजय हेगड़े ने कहा - आपको प्रदर्शन करने की स्वतंत्रता और अधिकार दोनों है, लेकिन इसके कारण किसी को भी समस्या नहीं होनी चाहिए।
- साधना रामचंद्रन ने कहा - यदि बात करने से मामला नहीं सुलझा, तो यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचेगा।
- साधना रामचंद्रन ने कहा - सुप्रीम कोर्ट ने हमें सड़क पर लगे जाम लेकर आपसे बात करने के लिए यहां भेजा हैं। हम समाधान निकालने का प्रयास करना चाहते हैं। ऐसी कोई समस्या नहीं है, जिसका समाधान न निकले। हम चाहते हैं कि आपका आंदोलन भी चलता रहे और शाहीन बाग का रास्ता भी खुल जाए।
- साधना रामचंद्रन ने कहा - गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में CAA पर सुनवाई होनी है। कोर्ट का यह भी मानना है कि आपको विरोध और आंदोलन करने का अधिकार है, शाहीन बाग है और बरकरार रहेगा।
- वार्ताकार साधना रामचंद्रन ने कहा - आपने आज हमें बुलाया था इसलिए हम आपके पास आएं हैं। आपका मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है और आपके सारे सवाल भी कोर्ट के सामने हैं।
- वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन प्रदर्शनकारियों से सुलह करने के लिए शाहीन बाग पहुंचे।
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महिलाएं बच्चे और कुछ बुजुर्ग भी प्रदर्शन में शामिल
गौरतलब है कि करीब दो महीने से ज्यादा समय से शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन जारी है। इसमें हजारों लोग शामिल हो रहे हैं, जिनमें महिलाएं, बच्चे और कुछ बुजुर्ग भी मौजूद हैं। इन्हीं में से एक बुजुर्ग महिला ने सरकार को खुली चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि "यदि सरकार पीछे नहीं हटेगी, तो हम भी एक इंच पीछे नहीं हटेंगे। बेहद तल्ख अंदाज में बुजुर्ग महिला ने कहा था कि "हम मरने से नहीं डरते।" इन महिलाओं की मांग है कि सरकार CAA वापस ले, नहीं तो उनका प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा।
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