सलमान के जेल जाने पर रोने लगी बहन अलवीरा और अर्पिता

सलमान के जेल जाने पर रोने लगी बहन अलवीरा और अर्पिता

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-05 12:02 GMT
सलमान के जेल जाने पर रोने लगी बहन अलवीरा और अर्पिता

डिजिटल डेस्क, जोधपुर। सलमान खान को गुरुवार को काले हिरण शिकार केस में जोधपुर कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही सलमान को जेल भेज दिया गया है। उनपर 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। इस मामले में बाकी आरोपी सैफ अली खान, तब्बू, सोनाली बेंद्रे और नीलम को बरी कर दिया है। माना जा रहा है कि सलमान को कम से कम आज की रात तो जोधपुर जेल में ही बितानी पड़ेगी। फैसले से पहले सलमान ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए खुद को बेकसूर बताया,  लेकिन जज ने उनकी दलील नहीं सुनी। कोर्ट के सजा का फैसला सुनाते ही सलमान की बहनें अलवीरा और अर्पिता उनसे लिपटकर रोने लगी। इस दौरान सलमान खान की आंखें भी नम थीं। फैसले से पहले कोर्ट में बहन अलवीरा और अर्पिता पहुंच चुकी थीं। इस केस में भी फैसले से पहले अलवीरा ही वकील के साथ चर्चा कर रही थीं।

क्या है आरोप
साल 1998 में जोधपुर में "हम साथ-साथ हैं" फिल्म की शूटिंग के दौरान सलमान पर काले हिरण का शिकार करने के आरोप लगे थे। फॉरेस्ट ऑफिसर ललित बोरा ने इस मामले में जोधपुर के लूणी पुलिस स्टेशन में सलमान खान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसी मामले में सलमान को पहले भी 5 दिनों तक जेल में रहना पड़ा था। पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक, सलमान खान ने 1-2 अक्टूबर 1998 की रात कांकाणी गांव में दो काले हिरणों का शिकार किया था। इस मामले में सैफ अली खान, तब्बू, सोनाली बेंद्रे और नीलम को भी आरोपी बनाया गया था, लेकिन उन्हें इस मामले में जोधपुर कोर्ट ने बरी कर दिया है।

मामले में पेश किए गए गवाहों ने कोर्ट को बताया था कि सलमान खान ने हिरणों का शिकार किया तो उस समय ये सभी आरोपित जिप्सी गाड़ी में सवार थे। गवाह के अनुसार, जिप्सी में मौजूद सभी सितारों ने सलमान को शिकार करने के लिए उकसाया था जिसके बाद गोली की आवाज सुन कर सभी गाव वालें वहां जुट गए थे। गांव वालों के आने के बाद सलमान वहां से गाड़ी ले कर भाग गए थे और दोनों हिरण वहीं मरे मिले।

सलमान के सजा के बाद जहां एक तरफ उनके करोड़ों फैंस नाराज हैं, तो वहीं दूसरी तरफ एक ऐसा समाज भी है, जो सलमान के जेल जाने पर खुश है। ये समाज राजस्थान का बिश्नोई समाज है, जो प्रकृति प्रेम के लिए जाना जाता है। बिश्नोई समाज ही है जो पिछले 20 सालों से काले हिरण के शिकार मामले में आरोपियों को सजा दिलाने की कोशिश कर रहा था और जब आज सलमान को सजा दी गई तो ये समाज खुशी में पटाखे फोड़ रहा है। 

बिश्नोई समाज के बारे में

बताया जाता है कि बिश्नोई समाज की स्थापना 1542 में जम्बेश्वर महाराज ने की थी। बिश्नोई समाज को प्रकृति प्रेम और वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए जाना जाता है। कुछ लोगों का मानना है कि बिश्नोई शब्द विष्णु से निकला है, जो बिश्नोई समाज के मुख्य देवता माने जाते हैं। जबकि कुछ लोगों का मानना है कि बिश्नोई शब्द बीस (20) और नोई (9) से मिलकर बना है, क्योंकि इस समाज के लोग 29 नियमों का पालन करते हैं। ये 29 नियम जम्बेश्वर महाराज ने बनाए थे, जिसको बिश्नोई समाज पूरी श्रद्धा से पालन करता है।

बिश्नोई समाज जोधपुर के पास पश्चिमी थार रेगिस्तान से आता है और इस समाज के लोगों को प्रकृति प्रेम के लिए जाना जाता है। बिश्नोई समाज में जानवरों को भगवान के बराबर माना जाता है और जानवरों की रक्षा के लिए ये लोग अपनी जान तक देने के लिए तैयार रहते हैं। कहा जाता है कि प्रकृति के लिए जान देने वाले लोगों को बिश्नोई समाज में शहीद का दर्जा भी दिया जाता है।

Tags:    

Similar News