आंध्र प्रदेश में 30 सालों का टूटा रिकॉर्ड, बाढ़ में डूबे 23 गांव, तमिलनाडु और कर्नाटक का भी बुरा हाल
तस्वीरें में मौसम का हाल आंध्र प्रदेश में 30 सालों का टूटा रिकॉर्ड, बाढ़ में डूबे 23 गांव, तमिलनाडु और कर्नाटक का भी बुरा हाल
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- कर्नाटक और केरल में बारिश का कहर
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। देश के कुछ राज्यों में बारिश ने अपना कहर बरपा रखा है। बारिश की वजह से कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी का हाल-बेहाल है। जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में रविवार रात भारी बारिश हुई,जिससे कई इलाके जलमग्न हो गए। वहीं आंध्र प्रदेश में 30 सालों का रिकॉर्ड टूट गया और वहां की स्थिति काफी खराब है। बता दें कि, दक्षिण भारत के बेमौस बारिश हो रही है, जिसकी चपेट में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल है। यहां पर उत्तरी-पूर्वी मानसून एक्टिव स्थिति में है, जिससे कई जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो चुके है।
बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति बन चुकी है, जिससे आंध्र प्रदेश में 33 लोगों की जान चली गई है और पेन्ना नदी में नेशनल हाईवे-16 का एक हिस्सा टूट चुका है। यातायात भी प्रभावित हो गया है। बाढ़ का असर रेल यात्रियों पर पड़ा, जिसकी वजह से 100 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। चित्तूर, कडपा, नेल्लोर और अनंतपुर जिलों के 1.366 गांव बाढ़ में घिर गए हैं। 23 डूब गए हैं। 36,279 लोग प्रभावित हुए हैं।
बेंगलुरु के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी पार्कों में से एक "मान्यता टेक" पार्क हुआ प्रभावित।
राजधानी बेंगलुरु में बीती रात भारी बारिश हुई, जिसकी वजह से येलहंका की झील की दीवार के टूट गई और बाढ़ का पानी कॉलोनियों में घुस गया।
वेल्लोर के जलकंदेश्वर मंदिर के अंदर घुसा पानी।
बारिश की वजह से प्रभावित क्षेत्रों में खाना, पीने योग्य पानी और जरुरत के सामान की आपूर्ति की जा रही है। वाहन चालकों, विशेषकर दोपहिया गाड़ियों के चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पीटीआई न्यूज एजेंसी की तरफ से कहा गया कि,"अगर बारिश नहीं हुई तो पानी कम होने में दो-तीन दिन लगेंगे। आठ मंजिलों वाली आठ इमारतें हैं। निवासी अभी बाहर नहीं आ सकते हैं क्योंकि पांच फुट पानी है, बिजली काट दी गई है।"