संसद में राहुल बोले- 'महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई, सवाल पूछने का मतलब नहीं'
संसद में राहुल बोले- 'महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई, सवाल पूछने का मतलब नहीं'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सदन के शीतकालीन सत्र के छठे दिन लोकसभा में सोमवार को महाराष्ट्र सियासत पर जमकर हंगामा हुआ। इस बीच कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मैं संसद में एक सवाल पूछना चाहता था, लेकिन अब सवाल पूछने का कोई मतलब ही नहीं है क्योंकि महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या कर दी गई है।
Congress leader Rahul Gandhi in Lok Sabha: I wanted to ask a question in the House but it doesn"t make any sense to ask a question right now as democracy has been murdered in #Maharashtra. pic.twitter.com/eZUCONJfop
— ANI (@ANI) November 25, 2019
लोकसभा में विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने प्रश्नकाल के दौरान "संविधान की हत्या बंद करो - बंद करो" के नारे भी लगाए। साथ ही लोकसभा में कांग्रेस सांसद हीबी इडेन और टी एन प्रतापन की मार्शलों के साथ धक्का - मुक्की भी हुई। इस हंगामे के कारण लोकसभा को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
Lok Sabha adjourned till noon following continued sloganeering by Opposition leaders. https://t.co/IAPyYEurkG
— ANI (@ANI) November 25, 2019
महाराष्ट्र मुद्दे पर कांग्रेस सांसदों और मार्शलों के बीच हुई झड़प के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि "मैंने पहली बार हंगामे के चलते सदन को स्थगित किया है।" उन्होंने कहा कि "मैं हमेशा चाहता हूं कि सदन चलता रहे और बहस भी होनी चाहिए, लेकिन इस तरह के कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।"
Lok Sabha Speaker Om Birla (file pic) on clash between Congress MPs Marshals during protest against Maharashtra issue: This is the first time that I"ve adjourned House following uproar. I"ve always wanted that House should run debate be held. But such acts can"t be tolerated. pic.twitter.com/7D38UQooQ2
— ANI (@ANI) November 25, 2019
राहुल गांधी ने शनिवार की सुबह देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टा (NCP) के बागी अजीत पवार को शपथ ग्रहण कराए जाने को लेकर महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। बता दें, भाजपा का दावा है कि उसके पास विधानसभा के पटल पर बहुमत साबित करने के लिए जरूरी विधायकों की संख्या है, जबकि प्रतिद्वंद्वी - शिवसेना, शरद पवार की अगुवाई वाली NCP और कांग्रेस- का दावा है कि उनके पास संख्या है और सिर्फ वे ही सरकार बनाएंगे।
तीनों पार्टियों ने शनिवार को महाराष्ट्र के गवर्नर के देवेंद्र फडणवीस व अजित पवार को शपथ दिलाने के फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। वे कोर्ट से जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट के लिए निर्देश चाहते थे। शीर्ष कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुना और कोर्ट द्वारा मंगलवार को फैसला सुनाए जाने की उम्मीद है।