रायबरेली में बोलीं प्रियंका- सरकार अभी निगमीकरण कर रही, फिर निजीकरण करेगी
रायबरेली में बोलीं प्रियंका- सरकार अभी निगमीकरण कर रही, फिर निजीकरण करेगी
- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार रायबरेली और अमेठी का दौरा किया
- प्रियंका ने लालूपुर में पूर्व विधायक स्वर्गीय अखिलेश सिंह के परिवार से मुलाकात की
- रेल कोच फैक्ट्री के निगमीकरण के विरोध में आंदोलनरत कर्मचारियों से की बात
डिजिटल डेस्क, रायबरेली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकारी कंपनियों को लेकर केंद्र सरकार की नीति और नियत पर निशाना साधते हुए कहा, सरकार अभी तो निगमीकरण कर रही है, बाद में निजीकरण करेगी। दरअसल प्रियंका मंगलवार को रायबरेली के दौरे पर थी। इस दौरान उन्होंने रेल कोच फैक्ट्री के निगमीकरण के विरोध में आंदोलन कर रहे कर्मचारियों से की बातचीत की और राजीव गांधी विकास परियोजना से जुड़ी महिलाओं से भी मुलाकात की। प्रियंका ने यहां पूर्व विधायक दिवंगत अखिलेश सिंह के परिवार से मिलकर दुख व्यक्त किया। इसके बाद देर रात प्रियंका अचानक अमेठी पहुंची और कथित रूप से पुलिस हिरासत में मारे गए दलित युवक के परिजनों से भी मुलाकात की।
. @INCIndia महासचिव @priyankagandhi जी ने रायबरेली में निजीकरण के खिलाफ आंदोलन कर रहे रेल कोच फैक्ट्री के कर्मचारियों से की मुलाकात। pic.twitter.com/Gdj2Ls757t
— Uttar Pradesh Mahila Congress (@UttarPradeshPMC) August 27, 2019
मंगलवार को प्रियंका गांधी ने लालगंज स्थित रेल कोच फैक्ट्री के निगमीकरण के विरोध में दो माह से आंदोलनरत कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, मेरी मां सोनिया गांधी ने यह फैक्ट्री शुरू कराई तो उन्हें खुशी राजनीतिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि इसलिए हुई कि यहां की जनता को रोजगार मिला, लेकिन भाजपा सरकार क्या करने जा रही है। यह फैक्ट्री फायदे में चल रही है, फिर भी इसका निगमीकरण किया जा रहा है, बाद में इसका निजीकरण होगा। यही सरकार की योजना है कि एक-एक कर ऐसी सभी फैक्ट्रियों को अपने उद्यमी मित्रों को सौंप दिया जाए।
माडर्न रेल कोच फैक्ट्री राएबरेली, किसानों के त्याग, वहाँ की जनता के संघर्ष और सोनियाजी की उनके प्रति प्रतिबद्धता का चिन्ह है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 27, 2019
इससे हजारों परिवारों को रोजगार मिला है।
भाजपा सरकार इनके निगमीकरण के ज़रिए इनको निजी कम्पनियों के हाथ में देने की ओर पहला कदम ले रही है।
प्रियंका ने कहा, सोचिए, निगमीकरण की शुरुआत रायबरेली से ही क्यों की जा रही है। यह राजनीति से ऊपर की बात है। इस सरकार के लिए रायबरेली की जनता नहीं, राजनीति ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और क्षेत्र की सांसद व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संघर्षों का हवाला देते हुए आश्वस्त किया कि आप जब भी बुलाएंगे, मैं सड़क पर संघर्ष के लिए आऊंगी। वादा है कि रेल कोच फैक्ट्री का निगमीकरण नहीं होने दिया जाएगा।
आज @INCIndia महासचिव @priyankagandhi जी ने रायबरेली के पूर्व विधायक श्री अखिलेश सिंह जी के निधन पर उनके परिवार के सदस्यों के साथ मुलाकात कर के शोक प्रकट करा और परिवार को होंसला दिया की इस मुश्किल घड़ी में प्रभु उन्हें दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे। pic.twitter.com/KmeELkEb1I
— Uttar Pradesh Mahila Congress (@UttarPradeshPMC) August 27, 2019
इससे पहले प्रियंका लखनऊ से सड़क मार्ग से चलकर रायबरेली पहुंची और पूर्व विधायक दिवंगत अखिलेश सिंह के गांव लालूपुर गई। प्रियंका ने पूर्व विधायक की पत्नी वैशाली सिंह, उनकी बेटी सदर विधायक अदिति सिंह और दिव्यांशी सिंह से मिलकर उनके दुख बांटे। रायबरेली से पूर्व कांग्रेस विधायक अखिलेश सिंह का 20 अगस्त को निधन हो गया था।
Apathy towards Dalits is the ugly reality of criminal justice system of Uttar Pradesh
— All India Mahila Congress (@MahilaCongress) August 27, 2019
A dalit boy was allegedly killed in police custody in police chowki Inhauna, shivratanganj, Amethi district. Smt @priyankagandhi ji visited the family of deceased and extended her help. pic.twitter.com/B9gzmQyiQi
प्रियंका ने भुएमऊ गेस्ट हाउस के बाहर राजीव गांधी विकास परियोजना से जुड़ी महिलाओं से भी मुलाकात की। इसके बाद दोपहर में आधुनिक रेलकोच फैक्ट्री लालगंज में चल रहे विरोध प्रदर्शन में उन्होंने हिस्सा लिया।
Priyanka Gandhi visited the family of a Dalit boy,who was allegedly killed in police custody in Amethi. pic.twitter.com/AplwMCH0Cr
— TAMANNA PANKAJ (@TamannaPankaj) August 27, 2019
इसके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार देर रात अचानक अमेठी पहुंचीं। यहां उन्होंने शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के भिखारीपुर गांव पहुंचकर पुलिस हिरासत में दम तोड़ने वाले राम अवतार के परिजनों से मुलाकात की। मृतक के पिता से बात करते हुए प्रियंका भावुक हो गईं। मृतक की दादी और बहन को गले लगाकर सांत्वना भी दी। राम अवतार के परिजनों के मुताबिक, पुलिस हिरासत में पिटाई से राम अवतार की मौत हुई लेकिन पुलिस ने अस्पताल में मौत का हवाला दिया।
A dalit boy was allegedly killed in police custody in police chowki Inhauna,shivratanganj,Amethi district.@INCIndia Gen Sec @priyankagandhi ji visited the family of deceased and extended her help.
— Uttar Pradesh Mahila Congress (@UttarPradeshPMC) August 27, 2019
This is a case of Brazen negligence and police apathy towards poor and Dalits. pic.twitter.com/FgyqWB00kn
राम अवतार के परिजनों से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा, यूपी में अराजकता फैली हुई है और हिरासत में मौत के मामले में जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और उनके साथ जो नाइंसाफी हुई है उसके खिलाफ लड़ाई में आगे भी साथ खड़ी रहेगी।