व्यापारियों से बोले पीएम, किसान क्रेडिट कार्ड की तरह लाएंगे व्यापारी क्रेडिट कार्ड योजना
व्यापारियों से बोले पीएम, किसान क्रेडिट कार्ड की तरह लाएंगे व्यापारी क्रेडिट कार्ड योजना
- इस दौरान पीएम ने सभी रजिस्टर्ड व्यापारियों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड की तरह व्यापारी क्रेडिट कार्ड की योजना लाने की बात कही।
- पीएम ने यूपीए के कार्यकाल में व्यापारियों के साथ किए गए बर्ताव को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में व्यापारियों के लिए कई ऐलान किए।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में व्यापारियों के लिए कई ऐलान किए। इस दौरान पीएम ने राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड बनाने और सभी रजिस्टर्ड व्यापारियों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड की तरह व्यापारी क्रेडिट कार्ड की योजना लाने की बात कही। वहीं उन्होंने यूपीए के कार्यकाल में व्यापारियों के साथ किए गए बर्ताव को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
पीएम मोदी ने कहा, "हमारा देश तेजी से आगे बढ़ सके इसके लिए हम 23 मई को जब फिर एक बार मोदी सरकार बनेगी तो राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड बनाएंगे। ये बोर्ड सरकार और व्यापार के बीच का संवाद होगा। इसके जरिए हम आपसे लगातार जुडे रहेंगे। हम जीएसटी के तहत रजिस्टर्ड सभी व्यापारियों को 10 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा उपलब्ध कराएंगे। किसान क्रेडिट कार्ड की तरह ही हम रजिस्टर्ड व्यापारियों के लिए व्यापारी क्रेडिट कार्ड की योजना लाएंगे। खुदरा व्यापार को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय खुदरा नीति भी बनाई जाएगी।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, "आजादी के बाद से कांग्रेस के शासन में व्यापारियों को लेकर एक धारणा बना दी गयी थी कि देश में जो कुछ गड़बड़ हो रही है वो सिर्फ व्यापारियों की वजह से हो रही है। कांग्रेस के जमाखोरों ने महंगाई के खेल से फायदा उठाया। तोहमत व्यापारी वर्ग पर मढ़ दी थी कि महंगाई व्यापारियों की वजह से होती है। "हमारे देश में व्यापारियों को मान-सम्मान देने में सरकारी व्यवस्थाओं में कमी रही है और उसके लिए जिम्मेदार पुरानी सरकार में बैठे लोग रहे हैं, क्योंकि उनकी सोच थी कि व्यापारियों को दोष दो और बाकी लोगों को खुश रखो।"
पीएम ने कहा, "पहले देश में कारोबारियों को जंगल के कानूनों और कानूनों के जंगल दोनों से जूझना पड़ता था। 2014 में चुनाव से पहले मैंने कहा था कि मैं आऊंगा तो हर दिन एक कानून खत्म करूंगा और आपको खुशी होगी कि पिछले पांच साल में 1,500 कानून खत्म किये हैं। मेरा मकसद ईज ऑफ लिविंग का है। पहले रिटर्न के लिए दर्जनों फॉर्म भरने पड़ते थे, अब घटकर 3-4 हो गए हैं। पहले ये धारणा थी कि सरकार में जो बैठे लोग हैं सिर्फ वहीं ईमानदार हैं, बाकी सब चोर हैं। देश ऐसे नहीं चलता है।"
पीएम ने कहा, "GST आने के बाद व्यापार में पारदर्शिता आई है, आपको कच्चे-पक्के की मजबूरी से मुक्ति मिली है। यही कारण है कि रजिस्टर्ड व्यापारियों की संख्या GST आने के बाद करीब दोगुनी हो गयी है। आज आपके सुझावों की वजह से ही दैनिक उपयोग की ज्यादातर वस्तुओं पर टैक्स जीरो है। 98 प्रतिशत चीजें 18 प्रतिशत से कम टैक्स के दायरे में है। आपके सहयोग से ही देश पिछले 5 सालों में ईज ऑफ़ डूइंग बिजनेस में 65 स्थानों की छलांग लगाकर विश्व में 77वें स्थान पर आ गया है।"
पीएम ने कहा, "हम जल्द से जल्द इस रैंकिंग में 50वें स्थान पर आना चाहते हैं और इसके लिए छोटे कारोबारियों के लिए व्यापार को आसान कर हम अपने लक्ष्य की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। हम कारोबारियों को कर्ज मिलने में बहुत सी दिक्कतों को तकनीक से खत्म कर रहे हैं। अब आपको लोन पोर्टल से 1 करोड़ तक का लोन एक घंटे से कम समय में मिल रहा है। हम जो कुछ भी कर रहें हैं, वो भारत की विजय के लिए कर रहे हैं। हर भारतीय की जिंदगी बदलने के लिए कर रहे हैं।"
पीएम ने व्यापारियों का आभार जताते हुए कहा, "आप सब व्यापारियों के साथ के बिना न्यू इंडिया के सपनों को पूरा नहीं किया जा सकता। मैं आपको देश के विकास का सबसे बड़ा स्टेक होल्डर मानता हूं। बीचे 5 साल में जैसे आपने मेरा समर्थन किया, देश को आगे बढ़ाने में मेरा साथ दिया, उसके लिए मैं आपका आभारी हूं। देश की अर्थव्यवस्था में जैसे-जैसे ईमानदारी बढ़ती जाएगी, पारदर्शिता बढ़ेगी तो यह देश के विकास में बहुत मददगार होगी।"
व्यापारियों ने हमेशा देश के बारे में सोचा है, देश की जरुरत से खुद को जोड़ा है। भामाशाह के संबल ने महाराणा प्रताप की ताकत को दोगुना कर दिया था। ये हमारे देश के व्यापारियों की ही ताकत थी कि भारत सोने की चिड़िया कहा जाता था