Coronavirus Lockdown: पीएम मोदी ने कहा- आज रात 12 बजे से पूरा देश 21 दिन के लिए लॉकडाउन, इसे कर्फ्यू ही समझिए
Coronavirus Lockdown: पीएम मोदी ने कहा- आज रात 12 बजे से पूरा देश 21 दिन के लिए लॉकडाउन, इसे कर्फ्यू ही समझिए
- 21 दिनों तक पूरा भारत लॉक डाउन
- कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की सबसे बड़ी जंग
- देश हित में पीएम मोदी का बड़ा फैसला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस (coronavirus) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ा फैसला लिया है। आज रात 12 बजे से पीएम मोदी ने 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की। इससे पहले पीएम मोदी ने 19 मार्च को देश की जनता को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने सभी लोगों से 22 मार्च को एक दिन के लिए जनता कर्फ्यू की अपील की थी।
21 दिन हमारे लिए महत्वपूर्ण
पीएम ने कहा, "इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी। लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की, सबसे बड़ी प्राथमिकता है।" पीएम ने कहा, "आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण की सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है। घर में रहें, घर में रहें और एक ही काम करें कि अपने घर में रहें।"
सोशल डिस्टेंसिंग एक मात्रा रास्ता
पीएम मोदी ने सोशल डिस्टेंसिंग को कोरोनावायरस से निपटने का एक मात्र रास्ता बताया। पीएम ने कहा कि इसके संक्रमण की साइकिल को तोड़ना ही होगा। कुछ लोग इस गलतफहमी में हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग केवल बीमार लोगों के लिए है, लेकिन ये सोचना सही नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग सभी के लिए है, प्रधानमंत्री के लिए भी है। कुछ लोगों की गलत सोच आपके परिवार को, आपको, आपके बच्चों को आपके दोस्तों बहुत मुश्किल में डाल देगी। अगर ऐसी लापरवाही जारी रही तो भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी और इसकी कीमत कितनी बड़ी होगी इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।
पीएम ने कहा- जहां हैं, वहीं रहे
पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों से प्रार्थना है कि आप इस समय देश में जहां भी हैं, वहीं रहें। अभी के हालात को देखते हुए, देश में ये लॉकडाउन 21 दिन का होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है। अगर 21 दिन नहीं संभले तो देश 21 साल पीछे चला जाएगा। मैं ये बात एक ुप्रधानमंत्री के नाते नहीं आपके परिवार के सदस्य के नाते कह रहा हूं। इसलिए बाहर निकलना क्या होता है 21 दिनों के लिए भूल जाएं।
पीएम ने किया WHO की रिपोर्ट का जिक्र
कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी। आपको ये याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वो संक्रमित है इसका पता ही नहीं चलता। इसलिए ऐहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार कोरोना वायरस से पहले एक लाख लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे और फिर इसे 2 लाख लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 11 दिन लगे। ये और भी भयावह है कि 2 लाख संक्रमित लोगों से 3 लाख लोगों तक ये बीमारी पहुंचने में सिर्फ 4 दिन लगे।
कई देशों में हालत बेकाबू हो गए
चीन, अमेरिका, फ्रांस,जर्मनी, स्पेन, इटली-ईरान जैसे देशों में जब कोरोना वायरस ने फैलना शुरू किया, तो हालात बेकाबू हो गए। याद रखिए इटली हो या अमेरिका, उनकी स्वास्थ्य सेवाएं दुनिया में बेहतरीन मानी जाती हैं, बावजूद इसके वहां इसे फैलने से नहीं रोका जा सका। कोरोना से निपटने के लिए उम्मीद की किरण, उन देशों से मिले अनुभव हैं जो कोरोना को कुछ हद तक नियंत्रित कर पाए। हफ्तों तक इन देशों के नागरिक घरों से बाहर नहीं निकले, इसलिए ये देश इस महामारी से बाहर निकलने की ओर बढ़ रहे हैं। भारत आज उस स्टेज पर है जहां हमारे आज के एक्शन तय करेंगे कि इस बड़ी आपदा के प्रभाव को हम कितना कम कर सकते हैं। ये समय हमारे संकल्प को बार-बार मजबूत करने का है। ये धैर्य और अनुशासन की घड़ी है।
पीएम मोदी के संबोधन की अन्य बातें:
-22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प हमने लिया था, एक राष्ट्र के नाते उसकी सिद्धि के लिए हर भारतवासी ने पूरी संवेदनशीलता के साथ, पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान दिया
-एक दिन के जनता कर्फ्यू से भारत ने दिखा दिया कि जब देश पर संकट आता है, जब मानवता पर संकट आता है तो किस प्रकार से हम सभी भारतीय मिलकर, एकजुट होकर उसका मुकाबला करते हैं
-आप कोरोना वैश्विक महामारी पर पूरी दुनिया की स्थिति को समाचारों के माध्यम से सुन रहे हैं और देख भी रहे हैं। दुनिया के समर्थ से समर्थ देशों को भी कैसे इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया है-
-कोरोना वैश्विक महामारी से बनी स्थितियों के बीच, केंद्र और देशभर की राज्य सरकारें तेजी से काम कर रही है। रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों को असुविधा न हो, इसके लिए निरंतर कोशिश कर रही हैं।
-जब तक देश में लॉकडाउन की स्थिति है, हमें अपना संकल्प निभाना है, अपना वचन निभाना है। मेरी आपसे प्रर्थना है कि घरों में रखकर आप उनके लिए मंगलकामना कीजिए जो खुद को खतरे में डालकर दूसरों को बचा रहे हैं
-कोरोना से जुड़ी टेस्टिंग फेसिलिटीज, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्वीपमेंट्स, Isolation Beds, ICU beds, ventilators और अन्य जरूरी साधनों की संख्या तेजी से बढ़ाई जाएगी
-मेरी आपसे प्रार्थना है कि इस बीमारी के लक्षणों के दौरान, बिना डॉक्टरों की सलाह के, कोई भी दवा न लें। किसी भी तरह का खिलवाड़, आपके जीवन को और खतरे में डाल सकता है।
-मुझे विश्वास है कि हर भारतीय संकट की इस घड़ी में सरकार के निर्देशों का पालन करेगा