अमृतसर में लगे इमरान और सिद्धू के पोस्टर, बताया गया करतारपुर का हीरो
अमृतसर में लगे इमरान और सिद्धू के पोस्टर, बताया गया करतारपुर का हीरो
डिजिटल डेस्क, अमृतसर। पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के पोस्टर अमृतसर में लगाए गए हैं। इस पोस्टरों में करतारपुर कॉरिडोर को खोलने के लिए इमरान खान और सिद्धू को रियल हीरो बताया गया है। उधर, बीजेपी ने सिद्धू पर निशाना साधते हुए उन्हें आईएसआई का एजेंट बताया। बता दें कि इमरान खान ने करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता को औपचारिक निमंत्रण भी भेजा है।
अमृतसर की सड़को पर जो पोस्टर लगाए गए हैं उसमें लिखा है, "करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू और इमरान खान असली हीरो हैं।" इन पोस्टरों को वेरका के एक पार्षद, मास्टर हरपाल सिंह ने लगाया है। हरपाल ने कहा, "हम लोगों को बधाई देना चाहते थे जिन्होंने ऐसा किया, सिद्धू साहब और इमरान खान। कल हम और भी पोस्टर लगाने जा रहे हैं।
Punjab: Posters of former Punjab Minister Navjot Singh Sidhu and Pakistan PM Imran Khan seen in Amritsar. The posters read,"Navjot Singh Sidhu and Imran Khan are the real heroes, for opening Kartarpur Corridor." pic.twitter.com/9LlpzQWGhJ
— ANI (@ANI) November 5, 2019
बीजेपी प्रवक्ता राजेश हनी ने कहा कि अमृतसर में पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ नवजोत सिंह सिद्धू के पोस्टर का लगना गलत है। करतारपुर कॉरिडोर का क्रेडिट नवजोत सिंह सिद्धू को नहीं बल्कि केंद्र सरकार को जाता है। सिद्धू आईएसआई के एजेंट के तौर पर पहले भी काम करते थे और अब भी कर रहे हैं. सिद्धू देशद्रोही हैं और आईएसआई के हाथों खेलकर देश का माहौल खराब कर रहे हैं।
बता दें कि सिद्धू पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान गए थे और वहां के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से गले मिले थे। इस दौरान सिद्धू ने बाजवा और पाकिस्तान की तारीफ में जमकर कसीदे भी पढ़े थे। इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने कहा था, "मैं एक मोहब्बत का पैगाम हिन्दुस्तान से लाया था, जितनी मोहब्बत मैं लेकर आया था, उससे 100 गुना ज्यादा मोहब्बत मैं वापस लेकर जा रहा हूं. पाकिस्तान से जो वापस आया है, वो सूद समेद आया है।"
पाकिस्तानी आर्मी चीफ से गले मिलने पर सिद्धू ने कहा था, "जनरल बाजवा साहब ने मुझे गले लगाया और कहा- हम शांति चाहते हैं। बाजवा ने कहा कि हम लोग गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर करतारपुर रूट खोलने पर विचार कर रहे हैं।" इसको लेकर जमकर बवाल मचा था और बीजेपी समेत कई राजनीतिक दलों ने सिद्धू के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
गुरु नानक की 550वीं जयंती से पहले 9 नवंबर को पाकिस्तान भारत और अन्य देशों के सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर कॉरिडोर खोलेगा। हर दिन भारत से 5,000 सिख तीर्थयात्री जाएंगे। यह कॉरिडोर करतारपुर में दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक श्राइन से जोड़ेगा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के लिए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को औपचारिक निमंत्रण भेजा था। सिद्धू को जो कार्ड भेजा गया है उसका सीरियल नंबर 0001 है।
पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि करतारपुर "सिख तीर्थयात्रियों का स्वागत करने के लिए तैयार है"। उन्होंने कहा, "मैं गुरु नानक जी के 550 वें जन्मदिन समारोह के लिए, करतारपुर को रिकॉर्ड समय में तैयार करने के लिए हमारी सरकार को बधाई देना चाहता हूं।"
इमरान ने शुक्रवार को भी ट्वीट कर कहा था, "भारत से करतारपुर आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए मैंने दो शर्ते हटा दी हैं। इसके तहत अब उन्हें पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी, बल्कि सिर्फ एक वैध पहचान पत्र दिखाने की जरूरत होगी। उन्हें अब 10 दिन पहले से पंजीकरण भी नहीं कराना होगा।"