Lockdown 3.0: 3 मई के बाद क्या होगी केन्द्र की रणनीति ? PM मोदी ने अहम मुद्दों पर मंत्रियों के साथ किया मंथन

Lockdown 3.0: 3 मई के बाद क्या होगी केन्द्र की रणनीति ? PM मोदी ने अहम मुद्दों पर मंत्रियों के साथ किया मंथन

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-01 07:33 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव, लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था जैसे गंभीर विषयों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  (Prime Minister Narendra Modi) की अध्यक्षता में आज (शुक्रवार) अहम बैठक हुई। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, रेलमंत्री पीयूष गोयल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कई बड़े मंत्री और अफसर मौजूद रहे। बैठक में लॉकडाउन 2.0 (Lockdown 2.0) की समीक्षा और लॉकडाउन 3.0 (Lockdown 3.0) को लागू करने पर विशेष चर्चा की गई। 

बता दें कि कोरोनावायरस की वजह से देश में लागू किया गया लॉकडाउन 2.0 3 मई खत्म हो रहा है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा जारी है। ऐसे में सरकार के सामने दो सबसे बड़ी चुनौतियां है। पहली इस संक्रमण के प्रभाव को रोकना, दूसरी लॉकडाउन की वजह से कमजोर होती जा रही है अर्थव्यवस्था को संभालना। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रियों और अफसरों के साथ बैठक से पहले पीएम मोदी ने सभी प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से बात की थी।

पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में 3 मई के बाद सरकार की नई रणनीति और 4 मई से आम लोगों को किस तरह की छूट दी जा सकती है? अर्थव्यवस्था को कैसे संभाला जाएगा, जैसे विषयों पर विशेष चर्चा की गई। माना जा रहा है कि अगले एक दो दिन में गृह मंत्रालय नई गाइडलाइन जारी कर सकता है, जिसमें किस जोन में क्या छूट दी जाएगी? इसका पूरा ब्यौरा होगा।

हालांकि कोरोना से निपटने के लिए केन्द्र सरकार ने रणनीति में थोड़ा बदलाव किया गया है। लॉकडाउन 2.0 को खोलने के लिए पूरे देश को पहले ही तीन जोन में बांटा जा चुका है, लेकिन अब जोन के पैमाने बदले गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 3 मई के बाद कौन से जिले रेड जोन में हैं, कौन से ग्रीन जोन में इसकी लिस्ट नए पैमाने के आधार पर जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी लिस्ट के मुताबिक 130 जिले रेड जोन, 284 ऑरेंज जोन और 319 जिले ग्रीन जोन में शामिल किए गए हैं। देश के मेट्रो शहर रेड जोन में ही रहेंगे, जहां पर कोरोना वायरस फैलने का अधिक खतरा है। 

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