सऊदी अरामको पर हमले के बाद लगातार 6वें दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम
सऊदी अरामको पर हमले के बाद लगातार 6वें दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम
- 6 दिनों में दिल्ली में पेट्रोल 1.59 रु. और डीजल 1.31 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सऊदी अरामको पर ड्रोन हमले के बाद भारत में रविवार को लगातार छठे दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी जारी रही। इन छह दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 1.59 रुपये लीटर महंगा हो गया है और डीजल के दाम में 1.31 रुपये की वृद्धि हुई है।
देश के अन्य शहरों में भी पेट्रोल के दाम में इसी प्रकार डेढ़ रुपये जबकि डीजल के दाम में सवा रुपये से ज्यादा की वृद्धि हो चुकी है। दिल्ली में पेट्रोल का भाव इस साल के सबसे ऊंचे स्तर पर चला गया है। पेट्रोल रविवार को दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में 27 पैसे, जबकि चेन्नई में 28 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया। वहीं, डीजल के दाम में दिल्ली और कोलकाता में 21 पैसे जबकि मुंबई में 22 और चेन्नई में 23 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम बढ़कर क्रमश: 73.62 रुपये, 76.32 रुपये, 79.29 रुपये और 76.52 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। चारों महानगरों में डीजल के दाम भी बढ़कर क्रमश: 66.74 रुपये, 69.15 रुपये, 70.01 रुपये और 70.56 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। दिल्ली में 27 नवंबर 2018 को पेट्रोल का भाव 74.07 रुपये प्रति लीटर था, जो कि इससे पहले का ऊंचा स्तर है।
इसी महीने 14 सितंबर को सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी सऊदी अरामको के तेल संयंत्रो पर ड्रोन से हुए हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बीते सोमवार को तकरीबन 20 फीसदी का उछाल आया जो कि 28 साल बाद आई सबसे बड़ी एक दिनी तेजी थी। कथित तौर पर हमले की जिम्मेदारी यमन के हूती विद्रोहियों ने ली।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले कुछ सत्रों से कच्चे तेल का भाव सीमित दायरे में रहा, लेकिन बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का नवंबर डिलीवरी अनुबंध इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर बीते कारोबारी सप्ताह के आखिरी सत्र में शुक्रवार को पिछले सप्ताह के मुकाबले करीब साढ़े चार डॉलर प्रति बैरल की बढ़त के साथ 64.63 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि सप्ताह के पहले कारोबारी सत्र में सोमवार को ब्रेंट क्रूड का भाव करीब 20 फीसदी की जोरदार तेजी के साथ 71.95 डॉलर प्रति बैरल तक चला गया था, हालांकि बाद में ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली हावी होने से 14.61 फीसदी की बढ़त के साथ 69.02 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।