MP परेश रावल ने राजा-महाराजाओं को बताया बंदर,विरोध पर बदले सुर
MP परेश रावल ने राजा-महाराजाओं को बताया बंदर,विरोध पर बदले सुर
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। गुजरात में जैसे-जैसे चुनाव का समय करीब आ रहा है वैसे-वैसे वहां सियासी हलचल तेज हो गयी है। बीजेपी और कांग्रेस गुजरात चुनाव के प्रचार में अपनी जान झोंक रही हैं, ऐसे में रोजाना पार्टियां एक दूसरे पर कीचड़ उछाल रही हैं। कभी पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की सेक्स सीडी सामने आती हैं तो कभी एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के पक्षधर दिग्गज भी प्रचार करने पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में बॉलीवुड कलाकार और सांसद परेश रावल शनिवार को राजकोट में एक सभा को संबोधित करने पहुंचे और भाषण की गर्मजोशी में राजे-रजवाड़ों की बंदर से तुलना कर बैठे। इसके बाद वो विवादों में घिर गए। हालांकि विरोध के बाद परेश रावल ने जरा भी देर न करते हुए अपने बयान का रूख ही मोड़ दिया और भावनाओं को ठेस पहुंचने के लिए तुरंत माफी मांग ली।
राजा-राजवाड़े को लेकर विवादित बयान
राजकोट के रिंग रोड पर बीजेपी के चुनावी कार्यलय के उद्घाटन पर दिए अपने भाषण में उन्होंने सरदार पटेल का जिक्र करते हुए कहा, "सरदार पटेल ने देश को एक किया था। ये राजा-रजवाड़े जो कि बंदर जैसे थे, उनको सीधा किया था। सरदार पटेल के बारे में ज्यादा उल्लेख नहीं है जबकि जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा (जेआरडी) ने भी कहा था कि यदि सरदार पटेल अपने प्रधानमंत्री होते तो अब तक देश कहां से कहां पहुंच गया होता। उन्होंने कहा सरदार पटेल का अपमान करने वाले के पास सरदार पटेल का बैनर नहीं है। उसी कांग्रेस ने सरदार पटेल की मृत्यु के 30 साल बाद उन्हें भारत रत्न से नवाजा, जबकि राजीव गांधी की मृत्यु के तुरंत बाद दे दिया।
परेश रावल ने राजपूतों को कहा बंदर
— Roshan Rai (@RoshanKrRai) November 25, 2017
ये देख कर जिस राजपूत का खून ना खौले वो खून नहीं खिलजी का पसीना है।
आग की तरह फैला दो इसे भाईयो - बहनों। pic.twitter.com/dHQmtWwS0Q
हार्दिक ने किया पलटवार
इस भाषण का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है। इस भाषण के बाद सियासी गलियारों में परेश रावल की आलोचना शुरु हो गयी है। वहीं इस विवादित बयान के बाद राजकोट के क्षत्रिय समुदाय भी विरोध में सड़कों पर उतर आए और परेश रावल का पुतला दहन का एलान किया। इस वीडियो पर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और लिखा "भाजपा के नेता परेश रावलजी ने राजकोट में राजा-महाराजाओ को बंदर कहा !! राजा-महाराजाओ ने अपनी रियासत देश की अखंडता के लिए दी हैं। परेश रावलजी एसी जुबान कहा से हो गई,अभिनेता से नेता हो गए आप..तूफान आने की भनक पंछी को पहले लगती हैं।"
भाजपा के नेता परेश रावलजी ने राजकोट में राजा-महाराजाओ को बंदर कहा !!
— Hardik Patel (@HardikPatel_) November 25, 2017
राजा-महाराजाओ ने अपनी रियासत देश की अखंडिता के लिए दी हैं।परेश रावलजी एसी ज़बान कहा से हो गई,अभिनेता से नेता हो गए आप..तूफ़ान आने की भनक पंछी को पहले लगती हैं।
विरोध पर पलटा बयान मांगी माफी
अपने इस बयान पर बढ़ते विरोध को देखते हुए बीजेपी को तुरंत प्रेस कॉन्फ्रेंस कर परेश रावल से बयान बदलवाया। परेश रावल ने माफी मांगते हुऐ कहा कि मैंने जो बात कही है, वह हैदराबाद के निजाम को सोचकर कही है हमारे राजपूतों-रजवाड़ो को नहीं। राजपूत तो हमारे गौरव हैं। कृष्ण कुमार गोहेल जैसे राजपूज, जिन्होंने सामने चढ़कर पटेल को समर्थन दिया था। साथ ही उन्होनें कहा ऐसे लोगों के लिये मेरे मुंह से ऐसे शब्द कभी नहीं निकल सकते। मुझे इतना ही कहना है, उसके बावजूद भी किसी के दिल को ठेस पहुंची है तो मैं दिलगीर हूं, मांफी मांगता हूं।