सपा की चल रही यात्रा, अखिलेश का साथ छोड़कर चार नेता बीजेपी में हुए शामिल
साइकिल को झटका सपा की चल रही यात्रा, अखिलेश का साथ छोड़कर चार नेता बीजेपी में हुए शामिल
- नेताओं का दल बदलता चुनावी मौसम
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। हर चुनाव की तरह इस बार भी उत्तरप्रदेश में होने वाले आमामी विधानसभा चुनावों के चलते राजनीतिक दल एक-दूसरे के संगठन में सेंध लगाने में लगे हुए है। एक पार्टी दूसरी पार्टी के सदस्यों को तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल कराने का सिलसिला जोरों पर है। एक तरफ पूर्व सीएम अखिलेश यादव की रथ साइकिल यात्रा निकल रही है। आज उनकी पूर्वांचल में यात्रा है। इसी बीच सपा के चार नेताओं बीजेपी के पलड़े मे चले गए है। बताया जा रहा है कि भाजपा ने बुधवार को समाजवादी पार्टी के चार एमएलसी सदस्य नरेन्द्र भाटी, सीपी चंद्र, रविशंकर सिंह और रमा निरंजन को पार्टी ज्वाइन कराकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से कुछ दिन पूर्व दिए झटके का हिसाब किताब बराबर कर लिया है। सभी चार एमएलसी स्थानीय निकाय समूह से चुने गए थे और उनका कार्यकाल मार्च 2022 में समाप्त हो रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने चार सपा नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर कहा कि इससे भाजपा को और अधिक मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि सपा के वफादारी सिपाही, उसे ताकतवर बनाने वाले लोकप्रिय नेता नरेंद्र भाटी बीजेपी में जुड़े हैं। यूपी जनता इस बार सपा का सफाया कर देगी। रविशंकर के आने से बलिया और आसपास के क्षेत्र में बीजेपी मजबूत होगी। इसके साथ ही सीपी चंद ने भाजपा में वापसी की है। रमा निरंजन के आने से बुंदेलखंड में भाजपा मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि आज अखिलेश यादव को नींद नहीं आएगी।
आपको बता दें 30 अक्टूबर को ही अखिलेश यादव ने बीएसपी के छह बागी विधायकों के साथ सीतापुर भाजपा विधायक राकेश राठौर को भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। आज भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डा. दिनेश शर्मा की मौजूदगी में सपा के 4 नेताओं को बीजेपी पार्टी की सदस्यता दिलाई।
चुनाव से ठीक पहले अखिलेश यादव के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है। नरेन्द्र सिंह भाटी के बीजेपी में आने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की गुर्जर राजनीति में नए समीकरण बनने लगे है और उम्मीद जताई जा रही है कि इससे बीजेपी को फायदा और सपा के काफी नुकसान होने के कयास लगाए जा रहे है। नरेन्द्र सिंह भाटी सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी और खास माने जाते रहे है। बीजेपी में सुरेंद्र नागर के बाद नरेंद्र भाटी के बीजेपी में आने से इलाके में दो धड़े में गुर्जर राजनीति और तेज देखने को मिलेगी। जिसका फायदा बीजेपी को मिल सकता है।