कुपोषण के खिलाफ अभियान को बढ़ावा देंगे न्यूट्री-स्मार्ट गांव
आजादी का अमृत महोत्सव कुपोषण के खिलाफ अभियान को बढ़ावा देंगे न्यूट्री-स्मार्ट गांव
- 75 गांवों को गोद लेंगे संस्थान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। न्यूट्री-स्मार्ट गांवों को विकसित करने के लिए अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (एआईसीआरपी) केंद्रों और केंद्रीय कृषि महिला संस्थान कुल 75 गांवों को गोद लेंगे। यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभी शिक्षाविदों, कृषि वैज्ञानिकों और सभी संस्थानों से 75 गांवों को गोद लेने और उन्हें बदलने के आह्वान के अनुरूप की गई है।
आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में भारत की आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में पोषण अभियान को मजबूत करने के लिए पोषण स्मार्ट गांव पर एक कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा नई पहल का उद्देश्य के नेटवर्क के माध्यम से पूरे भारत के 75 गांवों तक पहुंचना है, जो भारत के 12 राज्यों में 13 केंद्रों पर चल रहा है।
इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि महिलाओं और स्कूली बच्चों को शामिल करते हुए पोषण संबंधी जागरूकता, शिक्षा और व्यवहार परिवर्तन को बढ़ावा देना, कुपोषण को दूर करने के लिए स्थानीय नुस्खे के माध्यम से पारंपरिक ज्ञान का उपयोग करना और घरेलू कृषि और न्यूट्री-गार्डन के माध्यम से पोषण-संवेदनशील कृषि को लागू करना है
कुपोषण मुक्त गांवों के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पोषण-ग्राम, पोषक-भोजन और पोषक-आहार की अवधारणा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए गहन जागरूकता अभियान और क्षेत्रीय गतिविधियां भी चलाई जाएंगी। महिला किसानों के बीच उनके कानूनी अधिकारों के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। मंत्री ने इस कार्यक्रम में 3 प्रकाशन खाद्य उत्पादों की प्रौद्योगिकी प्रोफाइल, भारत में कृषि में कार्य भागीदारी और महिलाएं, और आजीविका पोषण और उद्यमिता को संबोधित करने के लिए लैंगिक संवेदनशील कृषि-बागवानी फसल प्रणाली मॉडल भी जारी किया।
(आईएएनएस)