मिजोरम विधानसभा चुनाव के बाद पूर्वोत्तर कांग्रेस मुक्त हो जाएगा - अमित शाह
मिजोरम विधानसभा चुनाव के बाद पूर्वोत्तर कांग्रेस मुक्त हो जाएगा - अमित शाह
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को गुवाहाटी में कहा कि मिजोरम विधानसभा चुनाव के बाद पूर्वोत्तर कांग्रेस मुक्त हो जाएगा। बीजेपी नीत राजनीतिक मंच, पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नीडा) के तीसरे सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने ये बात कही। आपको बता दें कि मिजोरम में इस साल के आखिर में चुनाव होना है।
सभी आठ मुख्यमंत्री यहां एक साथ बैठे होंगे
अमित शाह ने कहा, पूर्वोत्तर में हमने पहले असम में चुनाव जीता, इसके बाद मणिपुर और फिर त्रिपुरा में भी जीत हासिल की। नागालैंड और मेघालय में बीजेपी के समर्थन से नीडा सत्ता में है। चुनाव बाद मिजोरम भी कांग्रेस मुक्त हो जाएगा। उन्होंने कहा, इस साल के आखिर में मिजोरम में चुनाव के बाद पूर्वोत्तर के सभी आठ मुख्यमंत्री यहां एक साथ बैठे होंगे।
अमित शाह के भाषण की मुख्य बातें:
- शांति और समृद्धि के जिस उद्देश्य के साथ हमने नेडा की स्थापना की थी, आज नेडा उस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में काफी तेज गति से अग्रसर है।
- नेडा केवल पॉलिटिकल अलायंस नहीं है, यह केवल एक रीजनल अलायंस भी नहीं है बल्कि यह पॉलिटिकल अलायंस और रीजनल अलायंस के साथ-साथ एक जीयो कल्चरल अलायंस भी है, यह पूरे नॉर्थ ईस्ट को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने का एक मंच है।
- नेडा की द्वितीय बैठक के बाद पहली बार नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा इससे जुड़े हैं, मैं नेडा के सभी सदस्यों की ओर से इन तीनों राज्यों, उनके मुख्यमंत्रियों और जन-प्रतिनिधियों को हार्दिक बधाई देता हूँ और नेडा में उनका स्वागत करता हूँ।
- कांग्रेस के कुशासन के कारण पूर्वोत्तर के विकास, इसकी समृद्ध संस्कृति और इसके भोगौलिक महत्व को कभी भी रेखांकित नहीं किया गया जबकि पूर्वोत्तर जितनी सांस्कृतिक समृद्धि दुनिया में कहीं भी नहीं है।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘सबका साथ, सबका विकास" का मंत्र पूरे नॉर्थ ईस्ट को अलगाववाद से दूर करने में सफल सिद्ध हो रहा है।
- पहले पूर्वोत्तर की सरकारें भ्रष्टाचार के लिए बदनाम थीं लेकिन नेडा और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में आज पूरा क्षेत्र ब्रीफकेस पॉलिटिक्स से आगे निकलकर डेवलपमेंट पॉलिटिक्स की ओर अग्रसर है।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने नॉर्थ ईस्ट की सभी समस्याओं को समझ कर धीरे-धीरे इस क्षेत्र को शांति के पथ पर आगे बढ़ाया है। पहले यह क्षेत्र अलगाववाद और अशांति से जूझ रहा था जबकि आज यह शांति के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है।
- आज नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए जो संसाधन मोदी सरकार की ओर से जाता है, वह पूर्वोत्तर के अंतिम व्यक्ति तक पहुँच रहा है जबकि पहले जो पैसे नॉर्थ-ईस्ट के विकास के लिए भेजे जाते थे, वह कांग्रेसी सरकारों के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते थे।
- हमने बांग्लादेशी घुसपैठ, शस्त्रों की तस्करी, म्यांमार की सीमा से हो रहे आतंकवाद के खात्मे में बड़ी सफलता अर्जित की है।
- नेडा और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में हम नॉर्थ ईस्ट में भ्रष्टाचार विहीन शासन देने में सफल हुए हैं।
- बंगलादेश के साथ लैंड बाउंड्री एग्रीमेंट होने से नॉर्थ ईस्ट के विकास को एक नई दिशा मिली है। साथ ही, पूर्वोत्तर की सीमा से सटे बांग्लादेश, भूटान और म्यांमार के साथ अच्छे संबंध स्थापित करके मोदी सरकार ने एक्ट ईस्ट पॉलिसी का मैक्सिमम फायदा नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को पहुंचाने का प्रयास किया है।
- कांग्रेस की यूपीए सरकार के 13वें वित्त आयोग की तुलना में 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए 258% अधिक धनराशि का आवंटन किया है। 13वें वित्त आयोग में नॉर्थ ईस्ट को 87,628 करोड़ रुपये मिले थे जबकि 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने नॉर्थ ईस्ट के लिए 3,13,375 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है।
- इसके अतिरिक्त विभिन्न परियोजनाओं और विकास कार्यों के लिए दी जाने वाली राशि में भी मोदी सरकार ने 73% की बढ़ोत्तरी की है। पहले जहां 13वें वित्त आयोग में इसके लिए महज 2,53,563 करोड़ रुपये दिए जाते थे, वहीं मोदी सरकार ने इसे बढ़ा कर 4,39,786 करोड़ रुपये कर दिया है।
- हर 15 दिन में केंद्र सरकार का कोई-न-कोई मंत्री नॉर्थ ईस्ट में जरूर होते हैं, पूर्वोत्तर के विकास की मॉनिटरिंग प्रधानमंत्री जी स्वयं करते हैं।
- नॉर्थ ईस्ट के विकास के हमारे रोडमैप में नेडा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।