करोड़ों की नकली कोविड वैक्सीन बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, देश में पहली बार सामने आया चौंकाने वाला मामला
कहीं आपको नकली वैक्सीन तो नहीं लगी! करोड़ों की नकली कोविड वैक्सीन बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, देश में पहली बार सामने आया चौंकाने वाला मामला
- एसटीएफ ने नकली कोविशिल्ड और जेडवाई कोविड की बड़ी खेप बरामद की है
डिजिटल डेस्क, वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्पेशल टास्क फाॅर्स (STF) ने नकली कोरोना वैक्सीन और कोरोना टेस्ट किट बिक्री का भंडाफोड़ किया है। एसटीएफ ने नकली कोविशिल्ड और जेडवाई कोविड की बड़ी खेप बरामद की है। देश में इस तरह का यह पहला मामला है।
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक विनोद सिंह ने बताया कि छापेमारी में करीब चार करोड़ रुपये का माल बरामद किया गया है। पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। गिरफ्तार होने वालों में सिद्धगिरी बाग के धनश्री कॉम्प्लेक्स निवासी राकेश थवानी, चौक के पठानी टोला निवासी संदीप शर्मा, नई दिल्ली के मालवीय नगर निवासी लक्ष्य जावा, बलिया के रसड़ा निवासी शमशेर, लहरतारा के बौलिया निवासी अरुणेश विश्वकर्मा शामिल है। माल की सप्लाई नई दिल्ली निवासी लक्ष्य जावा की एक कंपनी के जरिये यूपी और अन्य प्रदेशों में की जा रही थी।
चौंकाने वाली बात यह है की अब तक लाखों वैक्सीन की डोज बेची जा चुकी है। ऐसे में आशंका है कि लोगों को बड़े पैमाने पर नकली कोरोना वैक्सीन लोगों को लगा दी गई है।
नकली वैक्सीन और कोविड टेस्टिंग किट बड़े पैमाने पर बनाए जाने के इनपुट के आधार पर एसटीएफ फील्ड यूनिट वाराणसी की ओर से लंका के रोहित नगर में छापेमारी की गई, जहां इनके पास से नकली टेस्टिंग किट, नकली कोविशील्ड वैक्सीन, नकली जाइकोव डी वैक्सीन, पैकिंग मशीन, खाली वायल, स्वाब स्टिक बरामद किया गया।
पूछताछ में राकेश थवानी ने बताया कि वह संदीप शर्मा, अरुणेश विश्वकर्मा व शमशेर के साथ मिलकर नकली वैक्सीन व टेस्टिंग किट बनाता था, जबकि लक्ष्य जावा अपने नेटवर्क के द्वारा अलग अलग राज्यों में सप्लाई करता था।