असम: जहरीली शराब पीने से 94 लोगों की मौत, 36 महिलाएं भी शामिल

असम: जहरीली शराब पीने से 94 लोगों की मौत, 36 महिलाएं भी शामिल

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-23 04:32 GMT
हाईलाइट
  • एक्साइज मिनिस्टर परिमल शुक्ल वैद्य ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
  • जहरीली शराब पीने से 66 लोगों की मौत
  • मरने वाले में 15 महिलाओं भी शामिल

डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। जहरीली शराब पीने से असम के गोलाघाट जिले में अब तक 94 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 36 महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा जहर की वजह से बेहोश लगभग 300 से ज्यादा लोगों को इलाज के लिए जोरहट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मरने वालों में ज्यादातर लोग चाय के बगान में काम करने वाले मजदूर थे। असम के एक्साइज मिनिस्टर परिमल शुक्ल वैद्य ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। 

गोलाघाट के ज्वाइंट डायरेक्टर ने कहा, 36 महिलाएं और 58 पुरुषों की मौत हो गई है। शराब पीने के बाद इन लोगों ने सीने में दर्द और तबीयत ज्यादा खराब होने की समस्या बताई थी, जिसके बाद इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके अलावा 40 लोगों को जोरहट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक मरने वालों का आंकड़ा आगे बढ़ भी सकता है। 

स्थानीय लोगों के अनुसार, यह घटना गुरुवार शाम को सलमारा चाय बागान में हुई। जब चार महिलाओं की मूनशाइन का सेवन करने के बाद मौत हो गई। इसके बाद अगले 12 घंटों में, आठ और मौतें हुईं, जिसके बाद यह संख्या 30 के पार पहुंच गई। पुलिस जुगीबारी इलाके में बगीचे के पास अवैध देशी शराब के कारखाने के मालिकों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान इंदुकल्प बोरदोलोई और देबा बोरा के रूप में की गई है। पुलिस शराब की अवैध बिक्री करने वाले लोगों की तलाश कर रही है।

स्थानीय लोगों ने कहा कि अवैध शराब का एक गिलास 10 रुपये से 20 रुपए में बेचा जाता है। इससे पहले भी शराब विक्रेता संजू ओरंग और उसकी मां द्रौपदी ओरंग की मिलावटी बूटलेग शराब का सेवन करने से कुछ लोगों की मौत हो गई थी। वहीं पुलिस अधीक्षक पार्थ प्रतिम सैकिया का कहना है कि हम पहले ही दो को गिरफ्तार कर चुके हैं और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। जबकि गोलाघाट के डिप्टी कमिश्नर धीरेन हजारिका ने कहा कि हम घटना की जांच करेंगे। दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने घटना पर दुख जताया है। वहीं एक्साइज मिनिस्टर परिमल शुक्ल वैद्य ने तीन दिन के अंदर इस घटना का रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने घटना के लिए जिम्मेदार दो एक्साइज अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम भी गठित की है। शुक्ल वैद्य ने कहा कि जांच की रिपोर्ट सामने आने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।

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