मौसम अपडेट: एमपी में बढ़ने लगी है ठंड, बर्फीली हवाओं के चलते तापमान में गिरावट हुई दर्ज, मौसम विभाग की तरफ से अलर्ट हुआ जारी, जानें कहां का कैसा रहने वाला है मौसम
- एमपी के मौसम में दिखा भारी बदलाव
- ग्वालियर का एक्यूआई सबसे खराब हुआ दर्ज
- जानें कहां देखने मिलेगा कोहरे का कहर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहाड़ी इलाकों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है साथ ही बर्फबारी भी जारी है। जिसका असर मैदानी इलाकों में भी देखने मिल रहा है। एमपी में ठंड और कोहरा दोनो ही बढ़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले कुछ समय में रात का तापमान और गिर सकता है। उनकी मानें तो, एमपी में अगले हफ्ते तक कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है।
एमपी के मौसम के हाल
पिछले कुछ दिनों में प्रदेश का मौसम स्थिर बना हुआ है। जिसके चलते कुछ जगहों पर तापमान सामान्य और कुछ जगहों पर तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। बीते हुए कल यानी मंगलवार को कई जगहों पर तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी। साथ ही कोहरा भी देखने मिला था। जिस वजह से विजिबिलिटी काफी कम हो गई थी।
तापमान में गिरावट दर्ज
एमपी के सबसे इकलौते हिलस्टेशन की बात करें तो, पचमढ़ी काफी ठंडा बना रहा था। वहीं, बीते हुए कुछ समय से रात में तापमान काफी कम दर्ज किया गया है। इसके अलावा कई और शहरों के भी रात का तापमान काफी कम दर्ज किया गया है। जिसमें ग्वालियर, भोपाल, मुरैना, भिंड के अलावा कई अन्य शहर शामिल हैं।
कोहरे का कहर कहां?
मौसम विभाग के मुताबिक, कई जगहों पर कोहरा छाया रहेगा। जिसमें भोपाल, ग्वालियर, भिंड, मुरैना के अलावा टीकमगढ़, सिहोर सहित कई अन्य शहर भी शामिल हैं। आने वाले कुछ दिनों में रात के तापमान में और गिरावट दर्ज होने की संभावना है। जिसके चलते मौसम विभाग ने लोगों को अपना खास ख्याल रखने की सलाह दी है।
स्कूल का समय बढ़ा
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले हफ्ते से ठंड बढ़ने के चलते स्कूलों का समय बढ़ा दिया जाएगा। वहीं, भोपाल में कड़ाके की ठंड आ चुकी है जिसके चलते कई स्कूलों के समय को आगे बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा सरकारी स्कूलों का भी समय भी जल्दी ही बदलेगा।
क्या है प्रदेश का एक्यूआई?
एमपी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक, प्रदेश के कई जिलों में हवा बहुत खराब दर्ज की गई है। जिसमें ग्वालियर की हवा सबसे ज्यादा खराब रही। यहां का एक्यूआई लेवल 329 दर्ज हुई है। इसके अलावा, भोपाल का एक्यूआई 290 दर्ज हुआ था। इसके अलावा अन्य जिलों की बात करें तो, इंदौर में 246, उज्जैन में 219 और जबलपुर में 154 दर्ज किया गया है।