केन्द्र के पास स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की ऊंची लागत का कोई रिकार्ड नहीं
मांडविया केन्द्र के पास स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की ऊंची लागत का कोई रिकार्ड नहीं
- उन्होंने कहा इन पर नजर रखने का कोई इरादा नहीं है क्योंकि यह राज्य सूची का विषय है
डिजिटल डेस्क, नयी दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं पर आने वाले खर्च से केन्द्र सरकार पूरी तरह वाकिफ है लेकिन इसके बावजूद उसका इन पर नजर रखने का कोई इरादा नहीं है क्योंकि यह राज्य सूची का विषय है।
मांडविया ने शुक्रवार को लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में कहा राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (एनएसएसओ) की ओर से जनवरी से जून 2014 तक कराए गए राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के 71वें दौर की रिपोर्ट के अनुसार सरकारी अस्पतालों की तुलना में प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती होने पर आने वाला औसत खर्च काफी अधिक है।
निजी अस्पताल मरीजों से जिस तरह अनावश्क बिल चार्ज करते हैं उन पर संज्ञान लेना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है तथा इस तरह की प्रवृतियों पर रोक लगाने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। इस तरह के मामलों के रिकार्ड केन्द्र सरकार के पास नहीं रखे जाते हैं।
स्वास्थ्य संबंधी देखभाल सेवाओं को आम आदमी की पहुंच में रखने से जुड़े एक प्रश्न का जवाब देते हुए मांडविया ने कहा वहनीय तथा गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत नए एम्स की स्थापना कर रही है।
इसके अलावा राज्य सरकारों को नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना और स्नातक तथा पोस्टग्रेज्युट कोर्से की सीटों को बढ़ाने के लिए सहायता भी दी जा रही है।
उन्होंने कहा राज्यों की तरफ से कार्यक्रम क्रियान्वयन योजनाओं के तहत जो प्रस्ताव भेजे जाते हैं उनके अंतर्गत जिला स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों को तकनीकी एवं वित्त्तीय सहायता दी जा रही है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक स्वास्थ्य तंत्र द्वष्ट्रिकोण को अपनाया है ताकि जन स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करने के नेटवर्क को बनाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके। इससे नागरिकों को प्राथमिक तथा दूसरे स्तर की समग्र स्वास्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
(आईएएनएस)