मध्यप्रदेश सियासी ड्रामा: इंतजार करते रह गए स्पीकर एनपी प्रजापति, भोपाल नहीं लौटे कांग्रेस के बागी विधायक, एयरपोर्ट पर भिड़े भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता
मध्यप्रदेश सियासी ड्रामा: इंतजार करते रह गए स्पीकर एनपी प्रजापति, भोपाल नहीं लौटे कांग्रेस के बागी विधायक, एयरपोर्ट पर भिड़े भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता
- बेंगलुरू से लौट रहे हैं सिंधिया गुट के मंत्री और विधायक
- ये भोपाल पहुंचकर विधानसभा स्पीकर से मिलेंगे
- इसकी वीडियोग्राफी होगी
- सिंधिया समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच नारेबाजी के दौरान भिड़ंत
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति आज (शुक्रवार) दिनभर सिंधिया गुट के विधायकों का इंतजार करते रहे गए, लेकिन वे बेंगलुरु से भोपाल नहीं लौटे। कांग्रेस सरकार के 6 मंत्रियों सहित 22 विधयाकों को विधानसभा स्पीकर के सामने उपस्थित होना था। विधायकों के भोपाल नहीं पहुंचने पर प्रजापति ने कहा कि उन्होंने 3 घंटे तक विधायकों का इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं आया। इस बीच सीएम कमलनाथ की सिफारिश पर राज्यपाल लालजी टंडन ने 6 मंत्रियों (इमरती देवी, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, परद्युम्न सिंह तोमर और डॉ. प्रभुराम चौधरी) को मंत्रिमंडल से हटा दिया है। वहीं विधायकों के एयरपोर्ट पहुंचने की खबर मिलते ही एकत्रित हुए सिंधिया समर्थकों, भाजपा और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। इस दौरान मौके पहुंचे सीआरपीएफ के जवानों ने स्थिति को संभाला और एयरपोर्ट पर धारा 144 लगाई गई। विधायकों के नहीं लौटने की खबर मिलने के बाद सभी समर्थक एयरपोर्ट से चले गए।
जानकारी अनुसार मध्यप्रदेश से बेंगलुरु गए ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों के चार्टर विमान से भोपाल आने की सूचना मिलते ही शुक्रवार को सिंधिया समर्थक, भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में राजा भोज विमानतल पर पहुंच गए। दोनों ओर से जमकर नारेबाजी की गई और कई बार तो धक्का-मुक्की तक की नौबत आ गई।
4 दिन से बेंगलुरु में ठहरे थे सिंधिया समर्थक 19 विधायक
बता दें कि कांग्रेस के बागी और सिंधिया समर्थक 19 विधायक बीते 4 दिन से बेंगलुरु में थे। इन विधायकों ने पूर्व में अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजा था। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने 13 विधायकों को हाजिर होने का नोटिस भेजा था। इनमें से 6 विधायकों को शुक्रवार को उपस्थित होना था। वहीं 7 विधायकों को शनिवार और बाकी 9 विधायकों को रविवार को उपस्थित होना है। उसी के चलते ये विधायक भोपाल आ रहे थे। विधायकों के आने की सूचना के चलते भाजपा व सिंधिया समर्थक कार्यकर्ता और कांग्रेस के कार्यकर्ता हवाईअड्डे पर पहुंच गए। कमलनाथ सरकार के मंत्री सज्जन वर्मा भी हवाईअड्डे पर पहुंचे। उनका कहना है कि आने वालों में कांग्रेस के विधायक भी हैं, इसलिए वे यहां आए हैं।
22 कांग्रेस विधायक दे चुके हैं इस्तीफा, ये 19 मंत्री लौट रहे थे बेंगलुरु से
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद 22 विधायकों ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। इन विधायकों में से 19 बेंगलुरु में हैं। इनके इस्तीफे की मूल प्रति भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभाध्यक्ष एनपी प्रजापति को सौंप चुके हैं। बेंगलुरु गए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चैधरी, महेंद्र सिंह सिसौदिया के अलावा विधायक हरदीप सिंह डंग, जसपाल सिंह जज्जी, राजवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, मुन्ना लाल गोयल, रघुराज सिंह कंसाना, कमलेश जाटव, बृजेंद्र सिंह यादव, सुरेश धाकड़, गिरराज दंडौतिया, रक्षा संतराम सिरौनिया, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष तक भेजे गए। उसके बाद तीन और विधायक बिसाहू लाल सिंह, एंदल सिंह और मनोज चैधरी के भी इस्तीफे आ चुके हैं।