MP Crisis: बीजेपी ने रची सरकार गिराने की साजिश! जानिए इस्तीफे से पहले क्या-क्या बोले कमलनाथ
MP Crisis: बीजेपी ने रची सरकार गिराने की साजिश! जानिए इस्तीफे से पहले क्या-क्या बोले कमलनाथ
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम ने कहा- भाजपा को मेरे द्वारा किए गए जनहितैषी काम रास नहीं आए
- बीजेपी ने हमारे 22 विधायकों को प्रलोभन देकर कर्नाटक में बंधक बनाने का कार्य किया
- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार का राज्य की सत्ता में आज (20 मार्च) आखिरी दिन माना जा सकता है, क्योंकि सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है। पिछले दिनों कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद से राज्य में सियासी घमासान जारी था, वहीं अल्पमत के संकट से जूझ रही कमलनाथ सरकार लगातार अपने विधायकों से संपर्क करने और उन्हें वापस लाने की जुगत में लगी हुई थी, लेकिन वह असफल रही। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना था, लेकिन इससे पहले ही कमलनाथ ने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। राजधानी भोपाल में कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि वह राज्यपाल को इस्तीफा सौंपेंगे इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर विधायकों को बंधक बनाने और कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया। आइए जानते हैं सीएम कमलनाथ के प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें...
#WATCH I have decided to tender my resignation to the Governor today: #MadhyaPradesh CM Kamal Nath pic.twitter.com/DlynuxzGtO
— ANI (@ANI) March 20, 2020
शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने कहा...
- मैंने अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा मूल्यों का पालन किया है। और उन्हीं मूल्यों का पालन करते हुए मैंने इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।
- प्रदेश का हर नागरिक गवाह है कि भाजपा को मेरे द्वारा किए गए जनहितैषी काम रास नहीं आए। कार्यकाल के पहले दिन से ही भाजपा ने हमारे खिलाफ साजिश रचनी शुरू कर दी थी।
- आप गवाह हैं कि भाजपा के लोग कहते थे यह 15 दिन की सरकार है। यह सरकार चल नहीं पाएगी, लेकिन हमने काम शुरू किया। हमारे 22 विधायकों को प्रलोभन देकर कर्नाटक में बंधक बनाने का कार्य किया। पूरा प्रदेश इसका गवाह है। प्रदेश की जनता के साथ धोखा करने वाले इन लोभियों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। भाजपा ने जनता के साथ धोखा किया है।
- हमने 30 लाख किसानों के कर्ज माफ किए और हम कर्जमाफी का तीसरा चरण शुरू करने जा रहे थे। इस कदम से प्रदेश में आत्महत्या करने वाले किसानों पर रोक लगी। लेकिन भाजपा को यह अच्छा नहीं लगा।
- हमने प्रदेश को माफिया मुक्त करने का काम किया। भाजपा नहीं चाहती थी कि प्रदेश से माफिया राज समाप्त हो। हमने प्रदेश को सुरक्षित बनाने का काम किया।
- हमने युवा स्वाभिमान कार्यक्रम लांच किया, ताकि युवा को रोजगार मिल सके। भाजपा के कार्यकाल में बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार थे। हमने यहां-वहां घूम रही गायों के लिए 1000 गौशाला बनाने का निर्णय लिया, जो भाजपा को रास नहीं आया।
- मध्य प्रदेश को ऐसा प्रदेश बनाया जाए, जहां लोगों का विश्वास हो। हमने कोई झूठी घोषणाएं नहीं की। भाजपा को हमारे द्वारा किए गए विकास कार्यो से भय सताने लगा कि प्रदेश कि डोर अब कांग्रेस के हाथों में आ जाएगी। इन महीनों में हमारे ऊपर किसी घोटाले के आरोप नहीं लगे। जनता ने महसूस किया कि जनहितैषी सरकार कैसी होती है।
मध्य प्रदेश: CM कमलनाथ ने किया इस्तीफा देने का ऐलान, 15 महीने ही चली कांग्रेस की सरकार