सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने संविधान दिवस समारोह का किया बहिष्कार
सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने संविधान दिवस समारोह का किया बहिष्कार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश आज 70वां संविधान दिवस मना रहा है। इस मौके पर जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों को संबोधित किया। वहीं कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने संविधान दिवस के उपलक्ष्य में संसद की संयुक्त बैठक का बहिष्कार किया है।
Delhi: Leaders of Opposition parties, including Congress" Sonia Gandhi, former PM Congress leader Manmohan Singh and Shiv Sena"s Arvind Sawant, hold a protest in front of the Ambedkar Statue in Parliament. https://t.co/vjsVAUcg1F pic.twitter.com/3qM3m7NGvI
— ANI (@ANI) November 26, 2019
कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में संसद भवन परिसर स्थित भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास एकत्रित होकर विपक्षी दलों के नेताओं ने समारोह में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया। अंबेडकर की प्रतिमा के पास पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, शिवसेना नेता अरविंद सावंत, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कई नेता मौजूद थे। पार्टियों ने प्रतिमा पर एक बैनर लगा रखा था जिसपर लिखा था लोकतंत्र की हत्या बंद करो।
#WATCH #ConstitutionDay: Congress interim President Sonia Gandhi reads a copy of Indian Constitution in front of the Ambedkar Statue in the Parliament. Leaders of Opposition parties are protesting in Parliament premises today, opposing govt formation in Maharashtra by BJP. pic.twitter.com/5QQiN7TMvh
— ANI (@ANI) November 26, 2019
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान दिवस के मौके पर कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है और 70 साल पहले हमने नए रूप में संविधान को अंगीकार किया था। मोदी ने संसद को संबोधित करते हुए कहा, आज 26 नवंबर का दिन ऐतिहासिक दिन है। 70 साल पहले हमने विधिवत रूप से, एक नए रंग रूप के साथ संविधान को अंगीकार किया था।उन्होंने कहा, हमें यह जीवंत लोकतंत्र देने में योगदान करने वाले सभी महान लोगों को मैं याद करता हूं और श्रद्धांजलि देता हूं।
उन्होंने कहा, कुछ दिन और अवसर ऐसे होते हैं जो हमारे अतीत के साथ हमारे संबंधों को मजबूती देते हैं। हमें बेहतर काम करने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने इस दौरान 2008 में इसी दिन मुंबई में हुए आंतकवादी हमले को भी याद किया। पीएम ने कहा, 26 नवंबर हमें दर्द भी पहुंचाता है। जब भारत की महान परंपराओं, हजारों साल की सांस्कृतिक विरासत को आज के ही दिन मुंबई में आतंकवादी मंसूबों ने छलनी करने का प्रयास किया था। मैं वहां मारी गईं सभी महान आत्माओं को नमन करता हूं।