पीएम मोदी और भारतीयों के लिए पुतिन की प्रशंसा के बीच जयशंकर ने मास्को यात्रा शुरू की
नई दिल्ली पीएम मोदी और भारतीयों के लिए पुतिन की प्रशंसा के बीच जयशंकर ने मास्को यात्रा शुरू की
- अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं चर्चा पर होगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मास्को की दो दिवसीय महत्वपूर्ण यात्रा की शुरुआत ऐसे समय में की है, जब यूक्रेन में चल रहे युद्ध में कोई कमी नहीं आई है और पश्चिमी देशों द्वारा नई दिल्ली की स्वतंत्र विदेश नीति पर सवाल उठाया जा रहा है। भले ही विदेश मंत्री अपने समकक्ष रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ पिछले कुछ महीनों में विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उनके साथ चर्चा कर रहे हैं, लेकिन यह रूस की उनकी पहली यात्रा होगी।
भारत के साथ क्षेत्र में शांति के लिए प्रयास और बार-बार यह कहते हुए कि वह यूक्रेन में संघर्ष के बढ़ने पर गहराई से चिंतित हैं, जब जयशंकर मंगलवार को मॉस्को में लावरोव से मिलेंगे तो द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति के अलावा अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं चर्चा पर होगी। जयशंकर अपनी यात्रा के दौरान रूसी संघ के उप प्रधानमंत्री और व्यापार और उद्योग मंत्री, डेनिस मंटुरोव से भी मिलेंगे, जो व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग पर भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग (आईआरआईजीसी-टीईसी) के सह-अध्यक्ष हैं।
जयशंकर की यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पिछले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीयों की प्रशंसा करते रहे हैं। मौजूदा अस्थिर वैश्विक भू-रणनीतिक स्थिति के बावजूद दोनों देश अपनी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को एक नई ऊंचाई पर ले जाना जारी रखे हुए हैं। पुतिन ने शुक्रवार को इतिहासकारों और रूस के पारंपरिक धर्मो के प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर सेंट पीटर्सबर्ग में भारत और उसके नागरिकों की क्षमता के बारे में बताया था।
28 अक्टूबर को मास्को स्थित अंतर्राष्ट्रीय ढांचे वल्दाई इंटरनेशनल डिस्कशन क्लब के अंतिम पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए पुतिन ने पीएम मोदी को देशभक्त कहा और उनकी मेक इन इंडिया पहल और भारत की स्वतंत्र विदेश नीति की सराहना की। रूसी राष्ट्रपति ने रूस और 40 विदेशी देशों के विशेषज्ञों, राजनेताओं, राजनयिकों और अर्थशास्त्रियों से कहा कि उनका मानना है कि भारत जैसे देशों का न केवल एक महान भविष्य है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मामलों में भी भूमिका बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि भारत एक अंग्रेजी उपनिवेश से अपनी वर्तमान स्थिति तक एक लंबा सफर तय कर चुका है और इसकी लगभग 1.5 अरब लोग, विकास के उल्लेखनीय परिणाम, दुनिया भर से सार्वभौमिक प्रशंसा और सम्मान दोनों को प्रेरित करते हैं। पुतिन ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के उन लोगों में से एक हैं, जो अपने लोगों के हितों में एक स्वतंत्र विदेश नीति को आगे बढ़ाने में सक्षम हैं। किसी चीज को रोकने, किसी चीज को सीमित करने के किसी भी प्रयास के बावजूद वह आइसब्रेकर हैं और उनके नेतृत्व में भारत सही दिशा में शांति से आगे बढ़ रहा है।
(आईएएनएस)
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