दिल्ली: ईरानी राजदूत बोले- हम युद्ध नहीं चाहते, भारत की शांति की पहल का करेंगे स्वागत

दिल्ली: ईरानी राजदूत बोले- हम युद्ध नहीं चाहते, भारत की शांति की पहल का करेंगे स्वागत

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-08 13:54 GMT
दिल्ली: ईरानी राजदूत बोले- हम युद्ध नहीं चाहते, भारत की शांति की पहल का करेंगे स्वागत
हाईलाइट
  • ईरान सभी देशों
  • विशेषकर भारत की शांति की पहल का स्वागत करेगा: डॉ अली
  • ईरानी जनरल सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका - ईरान में तनाव जारी
  • विश्व में शांति रखने में भारत बेहद अच्छी भूमिका निभाता है : डॉ अली

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच ईरान के राजदूत डॉ. अली चेगेनी ने बुधवार को कहा कि "यदि भारत इस तनाव पर शांति की पहल करता है, तो ईरान इस कदम का स्वागत करेगा।" गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर शुक्रवार तड़के ईरानी सेना का कमांडर कासिम सुलेमानी ड्रोन अटैक में मारा गया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच स्थिति गरमाई हुई है।

 

 

विश्व में शांति रखने में भारत बेहतर
ईरानी राजदूत ने बुधवार को दूतावास में सुलेमानी के लिए रखी गई शोकसभा के बाद पत्रकारों से कहा कि "अमूमन भारत विश्व में शांति रखने में बेहद अच्छी भूमिका निभाता है। भारत के कई देशों के साथ संबंध हैं।" उन्होंने कहा कि "ईरान सभी देशों, विशेषकर भारत के एक महान मित्र के तौर पर किसी भी पहल का स्वागत करेंगे, ताकि तनाव कम हो सके।"

 

 

ईरान नहीं चाहता युद्ध
चेगेनी ने कहा कि "ईरान युद्ध नहीं चाहता है। हम इस क्षेत्र में भारत सहित अपने भाइयों और बहनों के साथ शांति से रह रहे हैं और हम इस क्षेत्र में कोई तनाव नहीं चाहते हैं।" अमेरिकी सेना पर बुधवार को किए गए हमले को लेकर उन्होंने कहा कि "हमने जो भी किया है वह हमारी प्रतिक्रिया का एक हिस्सा है। सुलेमानी के अंतिम संस्कार में भाग लेने वाले लाखों लोगों ने सरकार से इसकी मांग की थी, इसलिए हमने ऐसा किया।"

संयम बरतने की अपील
बता दें कि अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनातनी के चलते दुनियाभर में तीसरे विश्व युद्ध की चर्चा होने लगी है। दोनों ही देश एक-दूसरे को लगातार धमकी दे रहे हैं। इस बीच भारत, फ्रांस, रूस और तुर्की सहित दुनियाभर के कई देशों ने अमेरिका और ईरान से संयम बरतने की मांग की है। हालांकि ट्रंप ने अपना रुख साफ करते हुए कहा है कि यह दोनों देशों का आपसी मामला है और इसमें कोई भी हस्तक्षेप न करे।

Tags:    

Similar News